संविदा कर्मियों ने काली पट्टी बांध जताया विरोध
मंडलीय चिकित्सालय में आउट सोर्सिंग के तहत तैनात संविदा कर्मियों ने कंपनी द्वारा उनकी सेवा समाप्त किए जाने पर नाराजगी जताई। समस्त कर्मचारियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए निर्णय का विरोध जताया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मंडलीय चिकित्सालय में आउट सोर्सिंग के तहत तैनात संविदा कर्मियों ने कंपनी द्वारा उनकी सेवा समाप्त किए जाने पर नाराजगी जताई। समस्त कर्मचारियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए निर्णय का विरोध जताया। कहा कि कंपनी उनकी रोजी रोटी छीन रही है। जिसके बारे में शासन प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद सभी चुप्पी साधे हुए है। ऐसी दशा में उनके सामने विरोध जतान के सिवाय कुछ नहीं बचा है। समस्त कर्मचारियों ने उर्जा राज्यमंत्री को पत्रक देकर उनकी सेवा की तिथि बढ़ाने की मांग की।
प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया योजना के तहत यूपीएनएचएम द्वारा प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में संविदा पर डाटा एक्जीक्यूटिव एवं सीनियर सपोर्ट लगभग 400 कर्मचारी विभिन्न पदों पर तैनात है। सभी अपने जिम्मेदारी से कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा एनएचएम के तहत भी कर्मचारी तैनात हैं। इन सभी की कंपनियों ने 30 सितंबर के बाद सेवा समाप्त कर दी है। जिसको लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। सभी की रोजी रोटी जाने पर परेशान हो गए है। कर्मचारियों को बताया गया कि महानिदेशक स्वास्थ ने 35 सितंबर तक की रोगी कल्याण समिति के बजट से सभी का मानदेय देने को कहा था। इसके बाद कर्मचारियों को मानदेय देने के लिए कोई बजट नहीं होने पर कंपनियों से करार समाप्त करते हुए उनकी संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया। कर्मचारियों ने उर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल को ज्ञापन देकर सेवा बढ़वाने की मांग की। कहा कि अगर उनकी सेवा समाप्त कर दी गई तो चिकित्सालय की व्यवस्था पूरी तरह से चरमा जाएगी। इस दौरान अंकित सिंह, राहुल कुमार, देवेंद्र पांडेय, अमित, आशु, रितेश, दीपिका, सुधा सहित आदि लोग शामिल रहे।