अधर में लटका बगहां सीएचसी केंद्र का निर्माण
जासं, सीखड़ (मीरजापुर) : बगहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य अधर में लटक गया ह
जासं, सीखड़ (मीरजापुर) : बगहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। कार्यदायी संस्था के विरुद्ध कार्य में लापरवाही के चलते प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आखिर कब पूरा होगा निर्माण, क्षेत्रीय जनता के दिमाग में यह प्रश्न गूंज रहा है। वही राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव की वजह से पिछले 10 सालों से बगहां में निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का कार्य पूरा नहीं हो सका।
क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने के लिए वर्ष 2007 में 3. 85 करोड़ की लागत से बनने वाले 30 शैय्या की क्षमता वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण बगहां में प्रारंभ कराया गया था। जिसमें मुख्य भवन के साथ ही चिकित्सक आवास, स्टाफ आवास व चहारदीवारी का निर्माण कराया जाना था। निर्माण कार्य में देरी होने से लागत में वृद्धि के चलते 1.4 करोड़ की राशि दोबारा अवमुक्त की गई। बावजूद इसके 60 से 70 प्रतिशत ही कार्य किया गया। मुख्य भवन में लगे लोहे के फ्रेम जंग खा रहे हैं तथा सी¨लग का प्लास्टर कई जगहों से उखड़ रहा है। क्षेत्रीय जनता ने समय-समय पर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों का ध्यान इसकी तरफ आकृष्ट कराया लेकिन उदासीनता के चलते इसका निर्माण पूर्ण नहीं हो सका तथा क्षेत्र की जनता आज भी बेहतर चिकित्सा के लिए गैर जनपदों में जाने को मजबूर है।
चुनार विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लगातार पांचवीं बार सीखड़ ब्लाक से किया जा रहा है। संयोग की बात यह कि जिस पार्टी के विधायक चुनार से चुने गए प्रदेश में सरकार भी इन्हीं की रहीं। बावजूद इसके गृह ब्लाक के प्रति उदासीनता के चलते ब्लाकवासी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पाने से वंचित रहे। क्या कहते है क्षेत्रवासी
बगहां निवासी बलवंत ¨सह का मानना है कि सामुदायिक केंद्र का निर्माण अधूरा रहने से उसमे लगाई गई धनराशि भी नष्ट हो रही है।
ज्ञानधर शुक्ल ने कहा कि सीएचसी निर्माण के साथ ही क्षेत्रवासियों में अच्छी चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध होने की उम्मीद जगी थी।निर्माण अधर में लटकने से उम्मीद टूट गई। आजाद उपाध्याय ने कहा कि यदि क्षेत्रीय प्रतिनिधि सक्रिय होते तो अब तक निर्माण पूरा हो चुका होता। रामराज यादव ने कहा कि बेहतर चिकित्सा के लिए ग्रामीण भटकते है और उनका शोषण होता है। रवि विश्वकर्मा ने कहा कि महंगा इलाज गरीबों के वश का नहीं है। सरकारी सुविधा मिलती तो गरीबों का भला होता। प्रेम कुमार ने कहा कि निर्माण में देरी से अब इसे पूरा करने के लिए अधिक धन खर्च होगा। -वर्जन
कार्य में लापरवाही के चलते निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। मामला लंबित है।
डा. सुरेंद्र कुमार उपाध्याय
मुख्य चिकित्साधिकारी। -वर्जन
विधानसभा में इस विषय में प्रश्न उठाया था। जवाब में बताया गया कि बजट के अभाव में कार्य नहीं हो रहा है। पुन: मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इसके लिए बजट की मांग की़ धन आवंटन की प्रक्रिया शुरु हो गई है। प्राप्त होते ही कार्य शुरु हो जाएगा।
अनुराग ¨सह
विधायक चुनार।