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होली के लिए नहीं मिल रही ट्रेनों में कंफर्म बर्थ

होली का त्योहार ऐसा है कि जहां भी कोई रहता है इस त्योहार पर अपने गांव होली की ठिठोली खेलने के लिए जरूर जाता है लेकिन उन्हें ट्रेनों में बर्थ नहीं मिल रहा है तो कैसे जाए। इसके लिए वे परेशान है और ट्रेनों में बर्थ के लिए सुबह से लेकर शाम लाइन लगाकर खड़े है लेकिन उन्हें अंतत निराशा ही हाथ लग रही है। हालांकि उन्हें वेटिग मिल रही है लेकिन जरुरी नहीं कि उन्हें समय पर कंफर्म हो ही जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 06:13 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 06:13 PM (IST)
होली के लिए नहीं मिल रही ट्रेनों में कंफर्म बर्थ
होली के लिए नहीं मिल रही ट्रेनों में कंफर्म बर्थ

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : होली का त्योहार ऐसा है कि जहां भी कोई रहता है इस त्योहार पर अपने गांव होली की ठिठोली खेलने के लिए जरूर जाता है लेकिन उन्हें ट्रेनों में बर्थ नहीं मिल रहा है तो कैसे जाए। इसके लिए वे परेशान है और ट्रेनों में बर्थ के लिए सुबह से लेकर शाम लाइन लगाकर खड़े है लेकिन उन्हें अंतत: निराशा ही हाथ लग रही है। हालांकि उन्हें वेटिग मिल रही है लेकिन जरुरी नहीं कि उन्हें समय पर कंफर्म हो ही जाएगा। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी मुंबई, दिल्ली तथा हावड़ा की तरफ जाने वाले यात्रियों को हो रही है।

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नई दिल्ली की तरफ जाने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र, मगध एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में एक भी बर्थ खाली नहीं है। मुंबई की तरफ जाने वाली महानगरी, हावड़ा-मुंबई मेल, पटना-कुर्ला एक्सप्रेस, भागलपुर-कुर्ला एक्सप्रेस में सीट नहीं मिल रही है। वही डाउन की तरफ जाने वाली कालका मेल, जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस, मुंबई-हावड़ा मेल तथा चंबल एक्सप्रेस में कोई गुंजाइश ही नहीं है। इधर जाने वाले यात्री सुबह से लेकर शाम तक आरक्षण काउंटर पर लाइन लगा रहे है लेकिन काउंटर के पास पहुंचकर नंबर आता है तो उनके चेहरे एक बार खिल उठते है लेकिन उन्हें सिर्फ वेटिग ही मिल रही है। हालांकि वे अपनी प्रयास नहीं छोड़ रहे अगले दिन भी लाइन में लग रहे है लेकिन वही हाल उस दिन भी रहता है। हालांकि दूर दराज परिवार संग जाना वाले लोग परेशान हो रहे है। जब उन्हें कंफर्मं नहीं मिल रहा है तो वे इसके बाद ई-टिकट घरों का चक्कर लगाते है लेकिन वहां ज्यादा रुपये देने के बाद भी नाउम्मीदी के अलावा कुछ नहीं हासिल हो रहा है। रजाई कंबल संग बिताते है टिकट के लिए रात

मीरजापुर रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित आरक्षित काउंटर के बाहर रात में ही दूर दराज से लोग रजाई, कंबल तथा साल लेकर पहुंच जाते है और रात बिताते हैं। भोर में शौच जाने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति को पैसा देकर अपना नंबर न कटने के लिए बैठाकर जाते है। इसके बाद लंबी लाइनों में भूखे प्यास खड़े हो जा रहे है लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल रहा है। -----------------वर्जन

मुंबई, हावड़ा तथा दिल्ली गाजियाबाद जाने के लिए 31 मार्च तक कोई जगह नहीं खाली है हालांकि कंफर्म बर्थ के लिए छह अप्रैल से हो सकता है टिकट मिलना शुरु हो जाएगा।

सीबी सिंह, आरक्षण पर्यवेक्षक मीरजापुर।


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