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कोहरे में लिपटी रही सुबह, बर्फीली हवाओं ने छुड़ाए छक्के

पिछले करीब चार पांच दिनों की धूप के बाद बर्फीली ठंड फिर से लौट आई है। मंगलवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो पूरा नगर कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। इसके साथ चली बर्फीली हवाओं ने फिर से ठिठुरन में इजाफा कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 07:23 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 12:35 AM (IST)
कोहरे में लिपटी रही सुबह, बर्फीली हवाओं ने छुड़ाए छक्के
कोहरे में लिपटी रही सुबह, बर्फीली हवाओं ने छुड़ाए छक्के

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : पिछले करीब चार पांच दिनों की धूप के बाद बर्फीली ठंड फिर से लौट आई है। मंगलवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो पूरा नगर कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। इसके साथ चली बर्फीली हवाओं ने फिर से ठिठुरन में इजाफा कर दिया। स्कूल का समय अभी भी सुबह दस बजे का होने के बाद भी बच्चों को सर्द हवाओं के बीच स्कूल जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। इस दौरान नगर के रमईपट्टी तिराहा के पास अलाव के बीच बेसहारा पशु तथा अन्य लोग ठंड से बचने के लिए अलाव तापते रहे।

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मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक घना कोहरा छाया रहा। घनी धुंध के कारण सूरज के भी दर्शन दोपहर बाद ही हो सके लेकिन सूर्य देव भी सुस्त से नजर आए। ऊपर से शीतलहर के भी प्रकोप ने लोगों को घरों में कैद रखा। पूरे दिन जनजीवन अस्तव्यस्त बना रहा। ठंड से बचने के लिए शहर के चौराहों, गलियों व रास्तों पर अलाव जलते दिखे। न्यूनतम पारा लुढ़क कर 12 डिग्री पहुंच गया। रात के तापमान में भी काफी कमी आई। पिछले एक पखवारे से मौसम में उतार-चढ़ाव चल रहा है। चार पांच दिनों से दिन में निकल रही धूप से ठंड काफी कम हुई थी, लेकिन मंगलवार को लोगों की नींद खुली तो पूरा चुनार कोहरे की चादर से लिपटा हुआ था। सुबह वाहन चालक अपनी हेडलाइट जलाने के साथ सड़कों पर सावधानी से वाहन चलाते नजर आए। बढ़ी ठंड को देखते हुए लोगों ने अलाव का सहारा लिया।


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