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रेलवे आरक्षण काउंटर पर तत्काल टिकट को ले झड़प

स्थानीय रेलवे आरक्षण टिकट काउंटर पर सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण आए दिन टिकट निकालने को लेकर बवाल किचकिच तथा नोकझोक होती रहती है। गुरुवार की सुबह तत्काल टिकट निकालने को लेकर दो यात्रियों के बीच झड़प हो गई। हालांकि कुछ लोगों के बीच बचाव के बाद मामला शांत करा दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 09:10 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 09:10 PM (IST)
रेलवे आरक्षण काउंटर पर 
तत्काल टिकट को ले झड़प
रेलवे आरक्षण काउंटर पर तत्काल टिकट को ले झड़प

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : स्थानीय रेलवे आरक्षण टिकट काउंटर पर सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण आए दिन टिकट निकालने को लेकर बवाल, किचकिच तथा नोकझोक होती रहती है। गुरुवार की सुबह तत्काल टिकट निकालने को लेकर दो यात्रियों के बीच झड़प हो गई। हालांकि कुछ लोगों के बीच बचाव के बाद मामला शांत करा दिया गया। वही यात्रियों का आरोप था कि यहां पर लगातार कुछ दंबग किस्म के लोग टिकट निकालने के लिए आते है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण इनका मनोबल बढ़ा रहता है। जिसके चलते सीधे साधे यात्री तत्काल टिकट नहीं निकाल पाते है और देर तक लाइन में खड़े होने के बाद बैरंग वापस चले जाते है।

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सुबह आठ बजे जब रेलवे आरक्षित टिकट कार्यालय का गेट खुला तभी कुछ लोग धक्का मुक्की करते हुए अंदर घुस आए और कुछ युवक पहले से खड़े लोगों को पीछे कर आगे लाइन में लग गए। इसी बीच देहात कोतवाली क्षेत्र के धन्नीपट्टी गांव निवासी मोहन चौधरी मुंबई का टिकट निकालने के लिए भोर में आए थे और लाइन में जब आगे खड़े हो गए तो उनसे एक युवक भीड़ गया और कहा कि कल रात से लाइन लगाए है। इसी बात को लेकर दोनों में जब कहासुनी होने लगी तो पीछे से कुछ युवक आए और बोले कि दस लोगों का नाम लिखा है कि कौन पहले आया है सबका लिखा गया है, आपने नाम नहीं लिखवाया है तो आप पीछे जाइए। ऐसे में कई यात्री परेशान हो गए और उन्हें पीछे लाइन में लगना पड़ा। तत्काल के समय नहीं रहती आरपीएफ व जीआरपी

आरक्षण काउंटर पर सुबह जब तत्काल टिकट निकालने वाले यात्रियों की भीड़ जुटती है तो वहां पर कुछ दंबग लोग भी आते है और वे अपनी लाइन खुद लगाते है। जब विवाद होता है तो वे एक कापी पर सबका नाम लिख लेते है और लोगों को दिखाकर आगे की लाइन में खड़े हो जाते है। वही यात्रियों का आरोप है कि तत्काल टिकट निकालने के समय आरपीएफ व जीआरपी की ड्यूटी नहीं रहती है। जिसका फायदा दबंग उठाते है। वर्जन

रेलवे आरक्षण टिकट काउंटर पर ड्यूटी लगती है लेकिन इधर बीच स्टाफ की कमी के चलते थोड़ी परेशानी हो रही है। किसी बात की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर जाया जाता है।

नरेश कुमार, एसआइ आरपीएफ।


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