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दावे खोखले, बदहाल उच्च शिक्षा अधर में लटका छात्रों का भविष्य

युवा किसी भी देश का भविष्य होते हैं देश के चतुर्दिक विकास के लिए युवाओं को बेहतर उच्च शिक्षा जरूरी है। वर्तमान समय शासन के दावे खोखले साबित हो रहे है। जनपद में उच्च शिक्षा बदहाल नजर आ रही है। शिक्षकों की कमी के चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई नहीं हो पा रही है इससे देश की भावी पीढ़ी का भविष्य अधर में नजर आ रहा है। नगर के केबी कालेज में अकेले वनस्पति विज्ञान विभाग (बाटनी) विभाग में महज एक शिक्षक के भरोसे ही पढ़ाई चल रही है। केबी कालेज में रिक्त 7

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 07:27 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 07:27 PM (IST)
दावे खोखले, बदहाल उच्च शिक्षा
अधर में लटका छात्रों का भविष्य
दावे खोखले, बदहाल उच्च शिक्षा अधर में लटका छात्रों का भविष्य

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : युवा किसी भी देश का भविष्य होते हैं, देश के चतुर्दिक विकास के लिए युवाओं को बेहतर उच्च शिक्षा जरूरी है। वर्तमान समय शासन के दावे खोखले साबित हो रहे है। जनपद में उच्च शिक्षा बदहाल नजर आ रही है। शिक्षकों की कमी के चलते छात्र- छात्राओं की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, इससे देश की भावी पीढ़ी का भविष्य अधर में नजर आ रहा है। नगर के केबी कालेज में अकेले वनस्पति विज्ञान विभाग (बाटनी) विभाग में महज एक शिक्षक के भरोसे ही पढ़ाई चल रही है। केबी कालेज में रिक्त 78 पदों में से महज 32 पदों पर ही शिक्षकों की तैनाती है।

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सरकार द्वारा बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान तो दिया जा रहा है, इस पर प्रतिवर्ष करोड़ों रूपए खर्च भी किया जा रहा है। लेकिन नगर के केबी कालेज में रसायन विज्ञान, गणित, भौतिक विज्ञान सहित कई विषयों में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बीएससी वनस्पति विज्ञान विभाग में केवल एसएन सिंह, जंतु विज्ञान विभाग में डा. रवींद्र सिंह और डा. आशुतोष द्विवेदी, रसायन विज्ञान विभाग में डा. देवेंद्र पांडेय, सत्यसांची, मदन कुमार, रूचि श्रीवास्तव में तैनात है। केबी कालेज में परास्नातक विषय में हिदी, संस्कृत, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र और इतिहास विषय की स्थाई मान्यता प्राप्त है, जबकि प्राचीन इतिहास, समाजशास्त्र, शिक्षाशास्त्र और एमएससी में रसायन विज्ञान विषय की पढ़ाई स्ववित्तपोषित माध्यम से होती है।

अब नहीं होती एमएससी गणित की पढ़ाई

एमएससी गणित वर्ग में पहले पढ़ाई केबी कालेज में होती थी,लेकिन वर्तमान समय में विभागीय खामियों के चलते एमएससी गणित विषय की पढ़ाई बंद हो गई है, जिसके चलते युवाओं को गैर जनपद जाना पड़ता है।

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वर्जन

केबी कालेज में शिक्षकों के कई पद रिक्त चल रहे है। इसके लिए शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा भी गया है।जल्द ही शिक्षकों की तैनाती होने के आसार है।

- डा. भवभूति मिश्रा, प्राचार्य, केबी कालेज।


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