नक्सल क्षेत्र के गांवों में चला टीबी रोगी खोज का अभियान
जागरण संवाददाता, मीरजापुर: राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तृतीय चरण के एसीएफ (एक्टिव केस
जागरण संवाददाता, मीरजापुर: राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तृतीय चरण के एसीएफ (एक्टिव केस फाइंडिग) कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर छिपे टीबी रोगियों की खोज की जा रही है। अभियान के तहत शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट पीपीएम कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव ने तीन सदस्यीय टीम के साथ राजगढ़ क्षेत्र के खखमवॉ, गोलनपुर, मणफा, तेंदुआ कला गांव में भ्रमण किया। सुपरवाइजरों को टीबी रोगी खोजी अभियान को सफल बनाने के बारे सुझाव दिया कि क्षेत्र के नागरिकों को बताएं कि सरकार द्वारा टीबी की जांच व इलाज की सुविधा घर बैठे नि:शुल्क प्रदान की जा रही है साथ ही जांचोपरांत टीबी रोगी को इलाज के दौरान पांच सौ रुपये भी प्रतिमाह खानपान के लिए दिया जा रहा है। पीपीएम कोऑर्डिनेटर ने बताया कि खोजी अभियान में राजगढ़ क्षेत्र में कुल 37,000 जनसंख्या का लक्ष्य रखा गया है। इस जनसंख्या को कवर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन सदस्यीय 20 टीमें गठित की गई है। जिसमें चार सुपरवाइजर, दो सेक्टरों एमओ, एक ओटीसी शामिल हैं। कर्मचारियों द्वारा राजगढ़ क्षेत्र से 16761 लोगों की स्क्री¨नग कराई गई जिसमें कुल मिले 151 संदिग्ध मरीज के बलगम का जांच कराई गई। राजगढ़ क्षेत्र से अभी तक आठ नए टीबी रोगी खोजे जा चुके हैं। भ्रमण में राजगढ़ एसटीएस अजीत कुमार एवं सुपरवाइजर प्रभात कुमार, मनोज कुमार आदि थे।