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बीएसए दफ्तर धमके डीएम, लापरवाह कर्मियों से मांगा स्पष्टीकरण

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने सोमवार को बरियाघाट स्थित बीएसए कार्यालय का किया औचक निरीक्षण। कार्यालय के बाहर कस्तुरबा गांधी के कर्मचारियों के मिलने पर नाराजगी जताई। शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों का माह अगस्त का मानदेय नहीं भेजने शिक्षकों का ईएल सीएल के भुगतान आदि का लेखा जोखा का नाराजगी जताया। जिलाधिकारी के अचानक पहुंचते ही कर्मचारियों में हड़कंम मच गया। निरीक्षण के दौरान झूठ बोलने पर लिपिक संतोष कुमार व वरिष्ठ लिपिक विश्वनाथ मौर्य द्वारा मुवमेंट रजिस्टर अद्यतन नहीं करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया। रजिस्टर में हस्ताक्षर कर गायब रहने वाले लिपिक अरूण कुमार दूबे जिला समन्वयक चन्द्र शेखर आजाद डीसी एमडीएम रवींद्र मिश्रा का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। भुगतान विवरण तैयार नहीं कराने पर वित्त व लेखाधिकारी गोविद सिंह सूचना ससमय नहीं देने पर डीसी निर्माण अजय श्रीवास्तव से स्पष्टीकरण मांगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 06:41 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 06:41 PM (IST)
बीएसए दफ्तर धमके डीएम, लापरवाह कर्मियों से मांगा स्पष्टीकरण
बीएसए दफ्तर धमके डीएम, लापरवाह कर्मियों से मांगा स्पष्टीकरण

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने सोमवार को बरियाघाट स्थित बीएसए कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय के बाहर कस्तूरबा गांधी के कर्मचारियों के मिलने पर नाराजगी जताई। शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों का माह अगस्त का मानदेय नहीं भेजने, शिक्षकों का ईएल, सीएल के भुगतान आदि को लेकर नाराजगी जताई। जिलाधिकारी के अचानक पहुंचते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान झूठ बोलने पर लिपिक संतोष कुमार व वरिष्ठ लिपिक विश्वनाथ मौर्य द्वारा मूवमेंट रजिस्टर अद्यतन नहीं करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया। रजिस्टर में हस्ताक्षर कर गायब रहने वाले लिपिक अरूण कुमार दूबे, जिला समन्वयक चन्द्र शेखर आजाद, डीसी एमडीएम रवींद्र मिश्रा का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। भुगतान विवरण तैयार नहीं कराने पर वित्त व लेखाधिकारी गोविद सिंह, सूचना ससमय नहीं देने पर डीसी निर्माण अजय श्रीवास्तव से स्पष्टीकरण मांगा।

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कार्यालय परिसर में कस्तूरबा गांधी जमालपुर की शीला देवी के मिलने पर आने का करण पूछा, तो बताया कि रसोइयां तथा अन्य स्टाफ द्वारा परेशान करने की शिकायत करने आई हैं। डीएम ने कहा कि सूचना जिला समन्वयक या बीएसए को फोन पर देने की बजाए स्कूल छोड़कर क्यों आई हैं। लापरवाही पर शीला देवी से स्पष्टीकरण की मांगने का निर्देश दिया। शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का माह अगस्त का मानदेय नहीं भेजने, शिक्षकों के ईएल, सीएल व मातृत्व अवकाश का भुगतान नहीं करने, लेखा-जोखा का विस्तृत विवरण न देने तथा सभी के भुगतान रजिस्टर नहीं बनाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। वित्त व लेखाधिकारी गोविन्द सिंह से स्पष्टीकरण मांगा। जिला समन्वयक निर्माण अजय सिंह ने निर्माण से संबंधित सूचना डीएम द्वारा मांगने पर भी नहीं देने पर स्पष्टीकरण मांगते हुए पत्रावली कल शाम तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

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सहायक लेखाकार ने बोला झूठ, डीएम ने दी प्रतिकूल प्रविष्टि

निरीक्षण के दौरान सहायक लेखाकार संतोष कुमार ने बताया कि किसी अध्यापक का एरियर, ईएल, मेडिकल व मातृत्व अवकाश सम्बधित भुगतान स्वीकृति के बाद लंबित नहीं है। आए एरियर में से सभी का भुगतान ससमय कर दिया गया है। आलमारी खुलवाकर देखने पर अध्यापकों के सातवे वेतन का एरियर, सहायक अध्यापक नेहा सिंह, अनीता पटेल, कामिनी, राकेश पटेल, पूजा सिंह, पंचम मौर्या सहित कई शिक्षकों का ईएल व अन्य भुगतान लंबित मिला। सहायक लिपिक संतोष कुमार द्वारा झूठ बोलने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया।

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ट्रेजरी के नाम पर गायब रहते हैं लेखा कर्मचारी

बीएसए के लेखा विभाग के कर्मचारी कोषागार जाने के नाम पर गायब रहते है। इन कर्मचारियों द्वारा मूवमेंट रजिस्टर पर अपना विवरण भी दर्ज नहीं किया जाता है। ये हालात तब है जबकि बीते दिनों डीएम द्वारा विगत छ: माह पूर्व निरीक्षण के दौरान मूवमेंट रजिस्टर भरने तथा अपडेट करने का निर्देश दिया गया था। वरिष्ठ लिपिक विश्वनाथ मौर्य 28 मार्च, 2019 के बाद मूवमेंट रजिस्टर में किसी द्वारा आने-जाने का ब्योरा न भरवाने के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया गया। लिपिक मिथलेश कुमार के बारे में बताया कि ट्रेजरी गए हैं तथा सेवालाल हस्ताक्षर कर गायब कार्यालय से गायब मिले।

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शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का ससमय करें भुगतान

निरीक्षण के दौरान नवनियुक्त अध्यापकों के सत्यापन का भी हाल जाना। सत्यापन लिपिक ने बताया कि नवनियुक्त 154 तथा पुराने 6 अध्यापकों का सत्यापन रिपोर्ट भेजा गया है। 641 अनुदेशकों में 627 का भुगतान होना पाया, शेष 14 का रिन्यूअल नहीं होने के कारण जुलाई माह से वेतन भुगतान नहीं हुआ था। शिक्षामित्रों के भुगतान का ससमय भुगतान करने का निर्देश दिया। आय एवं व्यय रजिस्टर के निरीक्षण के दौरान सहायक वित्त व लेखाधिकारी दीपक पांडेय ने बताया कि विभिन्न मदों में प्राप्त 29 करोड़ 56 लाख 42 हजार के सापेक्ष 22 करोड 42 लाख 55 हजार व्यय किया गया है। 7 करोड 09 लाख 86 हजार का अवशेष धनराशि है। शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों के मानदेय के भुगतान के लिये प्राप्त बजट का निरीक्षण किया।


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