ब्लाक की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे प्रवासी
विभागीय लापरवाही के चलते सैकड़ों प्रवासी श्रमिक राशन के लिए मोहताज हो गए हैं। राज्य राहत आपदा प्रबंधन की ओर से 650 श्रमिकों की सूची जमालपुर ब्लाक पर उपलब्ध कराई गई है। बावजूद इसके महज 22 प्रवासी श्रमिकों की सूची पूर्ति विभाग के पास भेजी गई। जिसके चलते सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों के सामने भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई है।
जासं, अहरौरा (मीरजापुर) : विभागीय लापरवाही के चलते सैकड़ों प्रवासी श्रमिक राशन के लिए मोहताज हो गए हैं। राज्य राहत आपदा प्रबंधन की ओर से 650 श्रमिकों की सूची जमालपुर ब्लाक पर उपलब्ध कराई गई है। बावजूद इसके महज 22 प्रवासी श्रमिकों की सूची पूर्ति विभाग के पास भेजी गई। जिसके चलते सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों के सामने भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते प्रवासी की हालत दयनीय बनी हुई है। एक तो किसी तरह वह दूसरे राज्य से अपने घर वापस लौटे हैं और अब उनके सामने भोजन की समस्या बनी हुई है। शासन द्वारा प्रवासी श्रमिकों को राशन और उनके खाते में एक हजार रुपये भेजने की रूपरेखा तैयार किया था। जिससे वह बने हालात का सामना करते हुए अपना जीवन यापन शुरू कर सके। राहत आपदा प्रबंधन की ओर से मजदूरों की सूची जमालपुर ब्लाक में भेज दी गई है और इन प्रवासी श्रमिकों को जल्द से जल्द राशन व सहायता राशि मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है लेकिन विभागीय लापरवाही का खामियाजा श्रमिकों को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में ईओ विनय तिवारी ने बताया कि लगभग दो सौ प्रवासी श्रमिक जो सीधे तौर पर बिना जांच किए घर आए हैं। उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए निर्देशित किया गया था। इसमें से 28 लोगों की सूची पूर्ति विभाग को सौंपी गई है। वहीं बीडीओ जमालपुर हेमंत सिंह प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी बता पाने में असमर्थता जाहिर किया है। -प्रवासी श्रमिकों का राशन डकारने में जुटे कोटेदार
ब्लाक और नपा कार्यालय से जिन प्रवासी मजदूरों की सूची पूर्ति विभाग को भेजी गई है उनका राशन कार्ड बना दिया गया है उसके बावजूद भी कोटेदार मजदूरों को राशन देने में आनाकानी कर रहे हैं। यह आरोप नगर के बूढ़ादेंई निवासी जीत सिंह, सुरेश ने बताया कि जिस कोटेदार के यहां उसे राशन देने के लिए सूची जारी की गई वह दूसरे के यहां भेज कर पल्ला झाड़ ले रहा है।