साइकिल से मंडप में पहुंचा दूल्हा, विधि-विधान से रचाई शादी
स्थानीय बाजार स्थित काली मंदिर पर गुरुवार की शाम अनोखे ढंग से शादी रचाई गई। बिन बरात एवं बैंड बाजा के ही दूल्हा साइकिल से पहुंच गया जहां दुल्हन ने वर के गले में वरमाला पहना कर मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लगाए। इस अनोखी शादी की चर्चा लोग करते हुए दिखाई दिए। वही शादी संपन्न होने के बाद आसपास के लोगों ने अपने घरों के छत पर खड़े होकर नवदंपती का आशीर्वाद दिए।
जासं, जमालपुर (मीरजापुर) : स्थानीय बाजार स्थित काली मंदिर पर गुरुवार की शाम अनोखे ढंग से शादी रचाई गई। बिन बरात एवं बैंड बाजा के ही दूल्हा साइकिल से पहुंच गया जहां दुल्हन ने वर के गले में वरमाला पहना कर मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लगाए। इस अनोखी शादी की चर्चा लोग करते हुए दिखाई दिए। वही शादी संपन्न होने के बाद आसपास के लोगों ने अपने घरों के छत पर खड़े होकर नवदंपती का आशीर्वाद दिए।
देवरिया गांव के स्व. सुक्खू प्रजापति के पुत्र किशन की शादी लगभग तीन माह पूर्व जमालपुर निवासी सुभाष प्रजापति की पुत्री अंकिता से तय हुई थी। विवाह के लिए 30 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई थी लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हो जाने पर दोनों पक्षों ने बिना किसी तामझाम के साथ विवाह की रस्म अदायगी का निर्णय किया। तय कार्यक्रम के अनुसार किशन ने लॉकडाउन का पालन करते हुए निर्धारित समय पर काली मंदिर में साइकिल से पहुंच गया। जहां पहले से ही मौजूद दुल्हन व उसके परिवार के लोग मौजूद थे। दूल्हा के पहुचते ही मंदिर में विधि विधान के साथ शादी की रस्म शुरू हुई। जहां दोनों ने मां काली को साक्षी मानकर एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाते हुए सात फेरे लगाया। इस दौरान आसपास के लोगों ने नवदंपती को घरों के छतों से बधाई देते हुए सुखमय जीवन व्यतीत करने का आशीर्वाद दिया।