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भगवत कृपा से होता है संत समागम : चिन्मयानंद

भरूहना स्थित ¨वध्यवासिनी पब्लिक स्कूल के मैदान में शनिवार को रामकथा का आरंभ हुआ। अंतरराष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने कथा का आरंभ करते हुए कहा कि राम चरित मानस कल्पवृक्ष है जिसकी शरण में बैठकर जो भी इच्छा करेंगे वह पूर्ण होती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 09:45 PM (IST)
भगवत कृपा से होता है 
संत समागम : चिन्मयानंद
भगवत कृपा से होता है संत समागम : चिन्मयानंद

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : भरुहना स्थित ¨वध्यवासिनी पब्लिक स्कूल के मैदान में शनिवार को रामकथा का आरंभ हुआ। अंतरराष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने कथा का आरंभ करते हुए कहा कि राम चरित मानस कल्पवृक्ष है जिसकी शरण में बैठकर जो भी इच्छा करेंगे वह पूर्ण होती है।

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पूजन अर्चन के बाद कथा का आरंभ करते हुए बापू ने कहा हर व्यक्ति को चाहिए कि वह रामकथा को अपने जीवन में उतारे। एक भाई, एक मित्र, एक पिता व एक पुत्र किस प्रकार का हो इसकी शिक्षा प्रभु श्रीराम के जीवन से लेनी चाहिए। बापू ने कहा कि भगवान ने हम पर कृपा कर मानव का रूप दिया है तो हमें इसका सदुपयोग करना चाहिए। हमें अपने जीवन को विषयों में बर्बाद नहीं करना चाहिए। कथा की महिमा का ज्ञान करते हुए बापू ने सात श्लोकों का गान किया। भगवान शिव को विज्ञान एवं माता पार्वती को श्रद्धा का स्वरूप मानते हुए प्रणाम किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान रामजी मिश्र, अखिलेश मिश्र, व्यवस्थापक ओपी भाई, कार्यक्रम अध्यक्ष केके दुबे, निलेश शुक्ला, ज्ञानधर दुबे, ¨मटू पाठक, सोनू सोनकर, सोनू मिश्रा आदि थे।


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