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ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर व सुगर के मरीज रहे सावधान

तत्काल कराए इलाज जागरण संवाददाता मीरजापुर ठंड के मौसम में सर्दी जुखाम और बुखार आना आम बात है लेकिन इस मौसम में लोग टाईफाइड मलेरिया तथा डेंगू रोग से लोग ग्रसित होते हैं। जिनका समय से इलाज नहीं कराने पर जानलेवा साबित हो जाता है। ये मौसम ब्लड प्रेशर और सुगर के मरीजों के लिए सबसे खतरनाक है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 07:53 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 12:13 AM (IST)
ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर व सुगर के मरीज रहे सावधान
ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर व सुगर के मरीज रहे सावधान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : ठंड के मौसम में सर्दी जुखाम और बुखार आना आम बात है, लेकिन इस मौसम में लोग टाईफाइड, मलेरिया तथा डेंगू रोग से लोग ग्रसित होते हैं। जिनका समय से इलाज नहीं कराने पर जानलेवा साबित हो जाता है। ये मौसम ब्लड प्रेशर और सुगर के मरीजों के लिए सबसे खतरनाक है। जरा की असावधानी बरतने पर हार्टअटैक व लकवा के शिकार होने का डर रहता है। इसलिए ठंड से बचने का प्रयास करे। गर्म कपड़े पहने। सुबह या रात में बाथरूम के लिए उठने पर कपड़े पहनकर ही कमरे से बाहर निकले। पैरों व चेहरे पर सूजन, ब्लड प्रेशर बढ़ना, पेसाब की कमी, मचली आना, खून की कमी, थकावट आना आदि किडनी रोग के लक्षण है। ब्लड प्रेशर, सुगर, दर्द की दवा, बाडी बिल्डिग की दवा, एंटी बायेटिक दवा इमाइयकाशीन, पेसाब में इंफेक्शन, गुर्दा की पथरी की दवा खाने से लोग किडनी रोग से ग्रसित हो रहे हैं। इससे बचने के लिए प्रतिदन तीन लीटर पानी पीए, सुगर व ब्लड प्रेशर के रोगी है तो नियमित दवाए खाए, सुगर कंट्रोल में रखे। ये बाते मंडलीय चिकित्सालय में तैनात फिजिशियन और किडनी रोग विशेषज्ञ डाक्टर आनंद ने दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में कही।

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सवाल - एलर्जी है, अक्सर सर्दी जुखाम होती है।

जबाव - सर्दी जुकाम तो आम बात है। जहां तक एलर्जी की बात है तो ये मौसम एलर्जी का भी है। सावधानी बरते, ठंड से बचे। दवा ले।

सवाल - चेहरे पर मुहासे है कैसे समाप्त होंगे

जबाव - 18 साल के बच्चों में अक्सर मुहासा निकलता है। उम्र बढ़ने के साथ समाप्त हो जाएगा। ऐसा है तो चेहरे को साफ रखे, आयली खाना नहीं खाए।

सवाल - ठंउ के मौसम में ब्लड प्रेशर के रोगियों को बाहर घुमना चाहिए की नहीं।

जबाव - ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। इसलिए इसके मरीजों को रेगुलर दवाए खानी चाहिए। ठंड से बचना चाहिए। धूप निकलने के बाद ही टहलने के लिए निकला चाहिए।

सवाल - सर्दी जुखाम से परेशान है क्या करें

जबाव - इस मौसम में सर्दी जुखाम होना आम बात है। ऐसा है तो गर्म पानी में हल्का नमक डालकर गरारा करे। ठंड से बचे।

सवाल - सर्दी जुखाम से बचाव कैसे करे।

जवाब - ठंड से बचे, गर्म कपड़े पहने, जरुरत पड़ने पर ही रात को निकले।

सवाल - हार्ट के फक्शन कम है क्या करे।

जवाब - हार्ट के मरीज है तो नियमित दवाए खाए, डाक्टर को दिखाते रहे। ऐसा नहीं करने पर फक्शन कम होने का खतरा बढ़ जाएगा।

सवाल - दाहिने सीने व सीने के नीचे दर्द होता है। क्या करे

जवाब - यह गैस की वजह से है। खानपान गड़बड़ होने से ऐसा होता है। पांच दिनों तक खाली पेट गैस की दवा खाए आराम मिल जाएगा।

सवाल - बुखार आ रहा है बदन दर्द भी हो रहा है क्या करे।

जवाब - बुखार की दवा ले ले। अधिक दिन से बुखार आ रहा है तो अस्पताल जाकर इसकी जांच कराए। ताकि ऐसा क्यों हो रहा पता चल सके।

सवाल - घबराहट होती है और भूख भी नहीं लगती है। कैसे ठीक होगा

जवाब - घबराहट किस कारण से हो रही है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। ब्लड प्रेशर नपवा ले। अस्पताल आकर डाक्टर को भी दिखाए।

सवाल - काफी दिनों से मलेरिया रोग से ग्रसित हैं। ठीक नहीं हो रहा है। क्या करे।

जवाब - मलेरिया की जांच कराकर उसकी दवा खाए। आसपास साफ सफाई रखे, मच्छरदानी का इस्तेमाल करे। ठीक हो जाएगा।

सवाल - डंड बैठक करने पर घुटने में दर्द होता है क्या करे।

जवाब - अधिक उम्र हो गई तो डंड बैठक करना बंद कर दे। केवल टहले। कमोड वाला शौचालय इस्तेमाल करे जिससे घुटने पर जोर नहीं पड़े।

सवाल - हार्ट ब्लाक है क्या करे।

जवाब - इसके लिए एंजोग्राफी कराना होगा जो मंडलीय चिकित्सालय में नहीं है। इसको कराकर उसका इलाज शुरू करा दे।

सवाल - 20 वर्ष के अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ा रहता है। कैसे कंट्रोल होगा ।

जवाब - अगर आपकी अवस्था 20 वर्ष है और ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है तो आप किडनी के रोगी है। जांच कराना होगा। तभी पता चलेगा कितनी दिक्कत है।

सवाल -दांत से खून आ हा है ब्लड प्रेशर भी बढ़ा है। कैसे ठीक होगा।

जवाब -दांत की समस्या के लिए मंडलीय चिकित्साल की डाक्टर से संपर्क करे। ब्लड प्रेशर बढ़ा है तो उसकी दवाए खाए। कंट्रोल हो जाएगा। इनसेट

इन्होंने पूछे सवाल

स्तुति द्विवेदी हसौली जमालपुर, शिवम तिवारी पड़री, बबलू सिंह परसबंधा, रमाकांत तिवारी रामपुर अतरी पटेहरा, लवकुश त्रिपाठी लालगंज, अशोक वर्मा सबेसर कछवां, भोलानाथ ओझा हलिया, दीप मिश्रा पटेहरा, बबलू अग्रहरी हथेड़ा हलिया, दयाशंकर मिश्रा लालगंज, भोलानाथ यादव अघवार, हनुमान यादव गैपुरा, रामकृष्ण जमुई मड़िहान, पुष्पेंद्र सिंह, नीबी गहरवार, निखिल जमालपुर, राजेंद्र तिवारी हलिया, विजय कुमार शर्मा ददरी लालगंज, आनंद कुमार सबरी आदि शमिल रहे।


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