राममंदिर भूमि पूजन पर सुंदर कांड पाठ व गांव में बंटेगी मिठाई
भाजपा के तात्कालिक जिलाध्यक्ष बालेंदुमणि त्रिपाठी 1990 में जेल में जाने के बाद राम मंदिर आंदोलन से जुड़े थे। इसके पहले वह पक्के कांग्रेस समर्थक रहे। अयोध्या पर आए ऐतिहासिक निर्णय के बाद पांच अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर के लिए भूमि पूजन की सूचना पर उन्होंने खुशी जताने के लिए स्थानीय लोगों के साथ मंगलवार को लहंगपुर में बैठक की। जिसमें पांच अगस्त को भारत वर्ष का ऐतिहासिक दिन बताया और तय हुआ कि लहंगपुर शिवमंदिर पर दिन में सुंदर कांड का पाठ के बाद पूरे लहंगपुर गांव वासियों को प्रसाद वितरण कर मुंह मीठा कराया जाएगा। शाम को गांव के प्रत्येक घरों पर दीपोत्सव होगा।
जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : अयोध्या पर आए ऐतिहासिक निर्णय के बाद पांच अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर के लिए भूमि पूजन की सूचना पर क्षेत्र में खुशी में का माहौल है। इस मौके पर लोगों ने पांच अगस्त को लहंगपुर शिवमंदिर पर दिन में सुंदर कांड का पाठ के बाद प्रसाद वितरण का निर्णय लिया। शाम को गांव के प्रत्येक घरों पर दीपोत्सव होगा।भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बालेंदुमणि त्रिपाठी ने बताया कि 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन में उस समय की प्रदेश में रही मुलायम सिंह यादव की सरकार के आदेश पर पुलिस ने लालगंज क्षेत्र से नौ लोगों को गिरफ्तार कर जौनपुर जिला जेल भेज दिया था। जबकि गिरफ्तार हुए किसी से भी उस समय के आन्दोलन से कोई लेना देना नहीं था। गिरफ्तार हुए लोगों में स्वतंत्रता सेनानी कांग्रेस के पीसीसी पं कृष्णकांत दुबे, डा शिवजोर पाल, बालेंदुमणि त्रिपाठी, रामनाथ जायसवाल, रामकृष्ण तिवारी, रंगी लाल चौरसिया, अखंड प्रताप सिंह, विजय शंकर मिश्र एडवोकेट व दयाशंकर दुबे को 13 अक्टूबर 1990 को 26 दिन के लिए जौनपुर जिला जेल में बंद कर दिया गया था।