आशाओें ने रैली निकाल मुख्यालय पर भरी हुंकार
आशा एवं आशा सहयोगिनी वर्कर्स ने अपनी समस्याओं को लेकर शुक्रवार को नगर के रोडवेज से एक रैली निकालकर जिला मुख्यालय पहुंची और धरना प्रदर्शन किया। कहा कि 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र कुमार मोदी ने वीडियों क्रांफेसिग के जरिए आशाओं से बात करते हुए प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने का ऐलान किया था।
जागरण संवाददाता मीरजापुर : आशा एवं आशा सहयोगिनी वर्कर्स ने अपनी समस्याओं को लेकर शुक्रवार को नगर के रोडवेज से एक रैली निकालकर जिला मुख्यालय पहुंची और धरना प्रदर्शन किया। कहा कि 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र कुमार मोदी ने वीडियों क्रांफेसिग के जरिए आशाओं से बात करते हुए प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने का ऐलान किया था। लेकिन मंत्रालय द्वारा राशि को दोगुना बढ़ाने की बजाय मात्र एक हजार रुपया ही बढ़ाया। इससे आशाओं को हताशा है। सभी आशाए सरकार द्वारा ठगा जाना महसूस कर रही है। इस दौरान उन्होंने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए दस सूत्रीय मांगे पूरी करने की मांग की।
महामंत्री हेमलता ने आशा, आशा सहयोगिनी वर्कर्स को राज्य कर्मचारी घोषित करते हुए आशा वर्कर्स को न्यूनतम 18000 रुपया तथा आशा सहयोगिनी को न्यूनतम 24000 प्रतिमाह वेतन भुगतान सुनिश्चित करने, इनको महीने में 20 दिन की बजाय 30 दिन का कार्य करने तथा तत्काल 30 दिन का कार्य प्लान तैयार किए जाने की मांग की। कहा कि इनको सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लेते हुए ईपीएफ एवं ईएसआई का लाभ प्रदान किया जाए। दोनों कार्यकर्ता का बीमा कराया जाए, दुर्घटना में मृत्यु होने पर पांच लाख रुपये मुआवजे के रूप में भुगतान किया जाए। रिटायरमेंट बेनीफिट के रूप में एकमुश्त पांच लाख रुपया दिया जाए। आशा सहयोगिनी को सुपरवाइजर का दर्जा प्रदान किया जाए। उम्र का बंधन हटाते हुए योग्यताधारी आशा सहयोगिनी को एएनएम तथा आशा को आशा सहयोगिनी के पद पर पदोन्नति प्रदान की जाए। इसके अलावा अन्य मांगे भी पूरी करने की मांग की।