मानदेय नहीं मिलने पर एंबुलेंसकर्मी बैठे धरने पर
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पिछले आठ महीने से मानदेय नहीं मिलने से नाराज एंबुलेंसकर्मी गुरुवार को मह
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पिछले आठ महीने से मानदेय नहीं मिलने से नाराज एंबुलेंसकर्मी गुरुवार को महिला चिकित्सालय में धरने पर बैठ गए। नाराज कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी न तो उनका मानदेय दे रही है और न ही उनका पीएफ काटने के बारे में कोई जानकारी दे रही है। ऐसे में उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार चेतावनी देने के बावजूद उनकी मांगें पूरी नहीं की जा रही है। कहा कि एंबुलेंस का संचालन बंद नहीं किया गया है, लेकिन उनकी मांगें नहीं मानी गई तो बंद कर दिया जाएगा। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
बताया कि जीवनदामिनी स्वास्थ्य विभाग कंपनी द्वारा 108, 102 एएलएस एंबुलेंस का संचालन किया जाता है। इसके तहत जिले में 200 कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन कंपनी उनको मानक के अनुसार सुविधा नहीं दे रही है, न ही मानदेय दिया जा रहा है। उन पर केस लाने का दबाव बनाया जाता है। मरीज नहीं मिलने पर फर्जी तरीके से ही रजिस्टर मेनटेन करने को कहा जाता है। ऐसा नहीं करने पर उनको नौकरी से निकालने की चेतावनी दी जाती है। इसके अलावा उनको क्या क्या सुविधा दी जा रही है इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी जाती है। बताया कि उनकी पांच मांगें हैं। जिसमें समान कार्य का समान वेतन देय हो, वेतन भुगतान करने की एक तारीख तय की जाए, मानदेय की सैलरी स्लिप दी जाए। ईपीएफ कटौती का हर महीने ब्योरा दिया जाए। लेबर कोर्ट में हुए समझौते के अनुसार मानदेय दिए जाएं। ठेका प्रथा को समाप्त कर संविदा पर उनको विभाग में तैनात कर विभाग से पैसा दिया जाए। अवकाश का भी समय निर्धारित की जाए ताकि वे अपना काम कर सकें। मांगें पूरी करने की कई बार मांग की गई, लेकिन एक बार भी कंपनी ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। इससे वे लोग हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो गए। इस दौरान जिलाध्यक्ष शैलेश कुमार, उपाध्यक्ष सारद प्रसाद, महामंत्री सुधीर तिवारी, कोषाध्यक्ष बृजेश यादव, संगठन मंत्री भगवती, राजीव रंजन पांडेय, विशाल पटेल, रवि कुमार, राहुल, मोहन, आनंद, राज बहादुर रजनीश, प्रेम प्रकाश आदि कर्मचारी मौजूद थे।