प्रशासनिक अधिकारियों ने ड्रमंडगंज में डाला डेरा, हालात काबू में
ड्रमंडगंज में मोहर्रम से एक दिन पहले लल्लन केसरी की आत्महत्या के बाद से ही महोगढ़ी पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। घटना के तीसरे दिन शनिवार को भी पीएसी नहीं हटाई गई और पूरा प्रशासनिक अमला रात पर यहां जमा रहा। सुबह पुलिस द्वारा क्षेत्र में फ्लैग मार्च भी किया और हालात को सामान्य बनाने की पहल की गई। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है घटना के मुआवजे की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : ड्रमंडगंज में मोहर्रम से एक दिन पहले लल्लन केसरी की आत्महत्या के बाद से ही महोगढ़ी पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। घटना के तीसरे दिन शनिवार को भी पीएसी नहीं हटाई गई और पूरा प्रशासनिक अमला रात पर यहां जमा रहा। सुबह पुलिस ने क्षेत्र में फ्लैग मार्च भी किया और हालात को सामान्य बनाने की पहल की। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है घटना के बाद मुआवजे की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है।
ड्रमंडगंज बाजार सहित महोगढ़ी चौक शनिवार को तीसरे दिन भी पुलिस छावनी में तब्दील रहा। हलिया थाना क्षेत्र के इसी गांव में ताजिया के चौक के पास से रखी ईंट हटवाने को लेकर पुलिस तथा एक समुदाय के अत्यधिक दबाव की वजह से हरिदास उर्फ लल्लन केसरी ने अपने मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद यहां पर हालात खराब हो गए और आनन-फानन भारी पुलिस फोर्स तैनात करनी पड़ी। घटना के तीसरे दिन भी उपजिलाधिकारी लालगंज अर¨वद कुमार चौहान, सीओ रमाकांत ¨सह, महिला थाना प्रभारी सीमा ¨सह सहित एक कंपनी पीएसी यहां तैनात रही। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल हालात काबू में है और धीरे-धीरे फोर्स हटाई जाएगी। मुआवजे की आस में परिवार
मृतक लल्लन के परिवार वालों का कहना है कि घटना के बाद प्रशासन द्वारा मुआवजा देने की बात कही गई थी लेकिन उसके बाद से अभी तक कोई भी इस संबंध में कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मृतक की विधवा बहन का भी रो-रोकर बुरा हाल है क्योंकि लल्लन उसी के लिए प्रधानमंत्री आवास बनवाने में दिन-रात जुटे थे। इसी बीच मोहर्रम पर ताजिया रखने के लिए विवाद शुरू हुआ जो अंतत: लल्लन की जान लेकर ही खत्म हुआ। पीएम आवास की ईंट ने ली लल्लन की जान
मृतक की बहन रुक्मिणी देवी विधवा हैं और महोगढ़ी स्थित पुश्तैनी मकान में गुजर-बसर कर रही थी। रुक्मिणी को वर्ष 2017-18 में यहां की ग्राम प्रधान शकुंतला द्वारा प्रधानमंत्री आवास आवंटित हुआ। लल्लन यही पीएम आवास बहन के लिए बनवा रहे थे। आवास निर्माण के लिए घर के बाहर ईंट रखी गई है, जो कि ताजिया रखे जाने वाले चौक से 20 मीटर दूर है। यही ईंट हटवाने को लेकर सारा विवाद हुआ। पहले समुदाय ने ईंट हटाने के लिए कहा फिर स्थानीय जनप्रतिनिधि व पुलिस भी इसके लिए दबाव बनाने लगी। परिवार का आरोप है कि यह दबाव लल्लन बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने आत्महत्या कर ली।
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'ड्रमंडगंज में अब हालात सामान्य हैं। पुलिस इस मामले की जांच गंभीरता से कर रही है। विवेचना में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। '
-शालिनी, पुलिस अधीक्षक, मीरजापुर