बेदखल 31 भूमिहीनों में जिला प्रशासन ने बांटा आवासीय पट्टा
तहसील क्षेत्र के रैपुरिया गांव में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद चारागाह की भूमि से बेदखल किए गए वनवासी जनजाति के 31 भूमिहीनों को तहसील प्रशासन द्वारा भूमि आवंटन पट्टे का प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : तहसील क्षेत्र के रैपुरिया गांव में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद चारागाह की भूमि से बेदखल किए गए वनवासी जनजाति के 31 भूमिहीनों को तहसील प्रशासन द्वारा भूमि आवंटन पट्टे का प्रमाण पत्र वितरित किया गया। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था जिसका संज्ञान लेते हुए विधायक अनुराग सिंह ने तहसील प्रशासन से कहा था कि बिना पुनर्वास की व्यवस्था किए किसी को भी बेदखल न किया जाए।
जिसके क्रम में शुक्रवार को तहसीलदार नुपुर सिंह व नायब तहसीलदार नटवर सिंह द्वारा प्रभावित मोती, कन्हैया, गुलशन, लालमन, कंडू, कैलाश, रिकू, छोटू, राजेश, लल्लू, काशी, किशन, हीरो, संतोष, राजन, प्रकाश, पुल्लू, पुनवासी, मुनौवर, बीरबल, ललितश्याम, भीम, चितामणि, मकसूदन समेत 31 परिवारों को भूमि आवंटन पट्टे का प्रमाण पत्र वितरित किया। इसके साथ ही सभी पट्टा लाभार्थियों को भूमि भी दिखा दी गई। तहसीलदार ने बताया कि लाभार्थियों को पुनर्वास के लिए करीब आधा बिस्वा भूमि का आवंटन किया गया है। जहां वह अपने मकान आदि का निर्माण करा सकते हैं। -सभी बेदखल किए गए परिवारों के लिए कांशीराम आवास में की गई व्यवस्था
चारागाह की भूमि से बेदखल किए गए परिवारों के सामने बेदखली की कार्रवाई के बाद तत्काल रहने की समस्या के प्रश्न पर तहसीलदार ने बताया कि सभी के लिए चुनार में बनाए गए कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना में अस्थाई तौर पर आवासों की व्यवस्था की गई है।