डीएम की जांच आदेश के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद नगर के शुक्लहा स्थित तालाब को भूमाफियाओं द्वारा पाटकर उसपर प्लाटिग करने की शिकायत की जांच अभी तक नहीं की गई। ना ही अभी तक कोई अधिकारी या पुलिस मौके पर गई है। इससे भूमाफियाओं का हौसला बढ़ा हुआ है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते तालाब के संरक्षण पर खतरा पैदा हो गया है।
जागरण संवाददाता , मीरजापुर : जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद नगर के शुक्लहा स्थित तालाब को भूमाफियाओं द्वारा पाटकर उसपर प्लाटिग करने की शिकायत की जांच अभी तक नहीं की गई। ना ही अभी तक कोई अधिकारी या पुलिस मौके पर गई है। इससे भूमाफियाओं का हौसला बढ़ा हुआ है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते तालाब के संरक्षण पर खतरा पैदा हो गया है।
नगर निवासी विनोद कुमार सिंह ने नगर के शुक्लहा स्थित मैरेज हाल के पास स्थित एक तालाब को कुछ भूमाफियाओं द्वारा पटवाने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। उन्होंने कहा था एक ओर सरकार तालाब व नदियों के सरक्षण के लिए योजना चलाकर उनकी सफाई करा रही है ताकि जल सरक्षण किया जा सके। वहीं दूसरी ओर कुछ भूमाफिया सरकार के आदेशों को पैरों तले कुचले हुए तालाबों पर धड़ल्ले से कब्जा जमा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्लहा में देखने को मिला है। बताया कि भूमाफिया जेसीबी से तालाब को पटवाते हुए उसपर प्लाटिग करने का काम कर रहे हैं। जिससे तालाब का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। तालाब पटने से आसपास के लोगों के घरों का पानी तालाब में नहीं जा पा रहा हैं। पशुओं को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने एसडीएम सदर व देहात कोतवाल को मामले की जांच कर तत्काल अवैध कब्जा रोकवाने का निर्देश दिया था। डीएम द्वारा दिए गए निर्देश को एक सप्ताह बीत चुका है फिर भी अभी तक कोई अधिकारी शिकायत की जांच करने मौके पर नहीं गया है। स्थानीय लोगों की माने तो तहसील प्रशासन की मिलीभगत से भूमाफिया इस खेल को अंजाम दे रहे हैं। इसी के चलते मामले की जांच नहीं जा रही है। इसी प्रकार लोहिया तालाब में स्थित एक तालाब व देहात कोतवाली के सामने स्थित तालाब पर कुछ लोग कब्जा जमाए हुए है। जिसपर से अभी तक अतिक्रमण नहीं हटवाया गया है। ---वर्जन
डीएम के आदेश के बावजूद अगर किसी मामले की जांच नहीं की गई हैं तो यह मामला गंभीर है। देखा जाएगा कि क्यों इसकी जांच अभी तक नहीं की गई। तालाब कब्जा करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। अगर जांच सही पाई गई तो प्लाटर समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
एमए अंसारी, अपर जिलाधिकारी भू एवं राजस्व।