एसीपी विसंगति व वेतन उच्चीकरण को आवाज
सदर तहसील परिसर में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वावधान में मांगों को लेकर लेखपालों ने मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रर्शन के बाद मुख्य सचिव को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौंपा गया। जिसमें लेखपालों ने एसीपी विसंगति वेतन उच्चीकरण प्रोन्नति काडर रिव्यू पेंशन विसंगति और भत्ता आदि समस्या के समाधान की मांग की।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वावधान में मांगों को लेकर लेखपालों ने सदर तहसील सहित सभी तहसीलों में मंगलवार को कार्य बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रर्शन के बाद मुख्य सचिव को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौंपा गया। जिसमें लेखपालों ने एसीपी विसंगति, वेतन उच्चीकरण, प्रोन्नति काडर रिव्यू, पेंशन विसंगति और भत्ता आदि समस्या के समाधान की मांग की।
तहसील अध्यक्ष विजय शंकर यादव ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में हड़ताल के दौरान सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया था कि एक महीने में आपकी मांगों को मान लिया जाएगा, लेकिन आज तक पूरा नहीं किया गया है। समस्या का समाधान नहीं के कारण मजबूरन आंदोलन करना पड़ रहा है। तहसील मंत्री बेनू यादव ने कहा कि भत्ता, राजस्व लेखपाल का पद नाम बदलने, राजस्व उपनिरीक्षक सेवा नियमावली 2010 को प्रख्यापित करने की मांग की। वहीं उपाध्यक्ष ओम प्रकाश उपाध्याय ने कृषि विभाग की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन के लिए भत्ता, लैपटाप व स्मार्टफोन, आधारभूत सुविधाएं व संसाधन के साथ राजस्व टास्क फोर्स बनाने की मांग की। इस दौरान धीरज किशोर सिंह, दिनेश कुमार पांडेय, मंगला प्रसाद दूबे, सुनील मिश्रा, सुरेंद्र कुमार, तमन्ना बेगम, श्रेया खन्ना आदि मौजूद रहे। मड़िहान तहसील में मंगलवार को लेखपालों ने आठ सूत्री मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। एसडीएम विमल कुमार दुबे को पत्रक सौंपा। जिला महामंत्री अवनीश पटेल व वरिष्ठ लेखपाल राम आसरे ने लेखपालों में जोश भरा। इस दौरान अवनीश पटेल, इंद्र प्रताप सिंह, राम आसरे, सौरव श्रीवास्तव, उत्तम कुमार, सतीश पांडेय, कुंवर बहादुर, राजीव दुबे, दीपलता सिंह, सुमन विश्वकर्मा आदि रहे।
मड़िहान तहसील में आठ सूत्रीय मांग को लेकर लेखपालों ने संपूर्ण समाधान दिवस का बहिष्कार कर धरना दिया। जिला महामंत्री अवनीश पटेल और वरिष्ठ लेखपाल राम आसरे ने लेखपालों में जोश भरा। इस दौरान अवनीश पटेल, इंद्र प्रताप सिंह, राम आसरे, सौरव श्रीवास्तव, उत्तम कुमार, सतीश पांडेय, कुंवर बहादुर, राजीव दुबे, दीपलता सिंह, सुमन विश्वकर्मा आदि रहे।