आरोपितों का पता नहीं, असलहा तलाशने में लगी पुलिस
जागरण संवाददाता चुनार (मीरजापुर) कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कबीर मठ के पास पिछले रविवार क
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कबीर मठ के पास पिछले रविवार को हुई डायरेक्टर जीबनेंदु रथ की हत्या अपने पीछे तमाम सवाल खड़े कर रही है। हत्या का स्पष्ट कारण सामने नहीं आने के चलते कुछ सवाल अभी तक अनसुलझे हैं। फिलहाल निदेशक हत्याकांड का राजफाश करने में लगी पुलिस टीमें हत्या में प्रयुक्त असलहे की बरामदगी के लिए पूरा जोर लगा रही है। वहीं शनिवार को भी वारदात में चिन्हित संदिग्धों से पूछताछ का क्रम जारी रहा।
शनिवार को मामले के संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस इंवेस्टीगेशन चल रही है जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी हो जाएगी। आलम यह है एक सप्ताह बीतने के बाद भी वारदात में शामिल हत्यारों का कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल सका है। जबकि वारदात के बाद मौके पर पहुंचे आला पुलिस अधिकारियों ने हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का दावा किया था। वारदात में जहां शांति गोपाल कानकास्ट कंपनी में काम करने वाले मात्र 36 वर्ष की उम्र के एक अधिकारी की जान चली गई थी वहीं दूसरे अधिकारी किशोर चंद दास भी कमर के नीचे गोली लगने से घायल हो गए थे। अभी तक पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबां तक नहीं पहुंचने और हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठना लाजमी है। हालांकि एसओजी और चुनार पुलिस भी हत्यारों की खोजबीन में लगी हैं। पुलिस किसी पेशेवर गैंग या इसी तरीके की वारदाता को अंजाम देने वाले गिरोहों पर भी फोकस किए हुए है। हालांकि इतने दिन बाद भी यह तय नहीं हो पाया है कि जीबनेंदु की हत्या किसने और क्यों की। वारदात के बाद दो तीन दिनों तक हुई ताबड़तोड़ दबिश के बाद उठाए गए संदिग्धों में लगातार पूछताछ की गई।