70 दिन बाद आहिस्ता-आहिस्ता चल पड़ी विध्यनगरी
70 दिन बाद मंगलवार को आहिस्ता-आहिस्ता ही सही लेकिन विध्यनगरी चल पड़ी। कॉलोनियों में दुकानें खुलीं। खरीदारी के लिए लोग बाहर निकले तो बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई। एहतियात के साथ खोले गए दफ्तरों में जैसे ही अफसर पहुंचे वैसे ही फरियादियों ने दस्तक दी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : 70 दिन बाद मंगलवार को आहिस्ता-आहिस्ता ही सही लेकिन विध्यनगरी चल पड़ी। कॉलोनियों में दुकानें खुलीं। खरीदारी के लिए लोग बाहर निकले तो बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई। एहतियात के साथ खोले गए दफ्तरों में जैसे ही अफसर पहुंचे, वैसे ही फरियादियों ने दस्तक दी।
यह बात सही है कि पूरा देश मानकर चल रहा था कि सरकार अब लॉकडाउन 5.0 जारी करेगी लेकिन सरकार ने लॉकडाउन 5.0 का कहीं जिक्र ही नहीं किया। लॉकडाउन 5.0 के स्थान पर अनलॉक 1.0 का एलान कर दिया यानी अब लोगों को छूट दे दी गई है लेकिन हॉटस्पाट क्षेत्र में लॉकडाउन की पाबंदियां लागू रहेंगी। छूट मिलने से बाजारों की उतरी रौनक अब फिर चढ़ने लगी है। खरीदारों की आमद से बाजार गुलजार हो गए हैं। कपड़ों का शो-रूम हो या फिर छोटी दुकान सब जगह खरीदारी शुरू हो गई है। लॉकडाउन के चलते बाजार समेत शहर के चौक-चौराहों पर सन्नाटा छा गया था। तमाम दुकाने बंद हो गई थीं। ग्राहक घरों में दुबक गए थे लेकिन अब लॉकडाउन समाप्त होने से जिदगी पटरी पर लौटने लगी। दुकानों पर खरीदारी करने आ रहे लोगों के चेहरे पर बेफिक्री दिखने के साथ-साथ उल्लास का भाव है। पिछले 70 दिनों से अधिक समय से लोगों की जिदगी घरों तक ही सिमटकर रह गई थी। घर में ही रहने से जिदगी की गति बहुत धीमी हो गई थी। मगर अनलॉक 1.0 का एलान होने के बाद से सड़कों और बाजारों में फिर से रौनक लौट आई। लौटी रौनक पर भूले फिजिकल डिस्टेंसिग
अनलॉक 1.0 की एलान के बाद बाजार गुलजार हो गए लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिग कहीं नहीं दिखी। सरकार के दिशा-निर्देशों का न तो जनता ने पालन किया और न दुकानदारों की तरफ से उसके पालन कराने के लिए प्रयास किया गया। दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंसिग के लिए बांधी गई रस्सी व बनाए गए गोले अब गायब हो चले हैं। वहीं पुलिस भी मूकदर्शक बनी हुई है। मंगलवार को नगर के सिविल लाइन, अस्पताल रोड, रामबाग, संकट मोचन, वासलीगंज, घंटाघर, बसनही बाजार, गिरधर चौराहा, पेहटी चौराहा व डंकीनगंज चौराहा तक दुकानों पर भीड़ दिखी। किराने की दुकान, मिठाई, कास्मेटिक, आयरन, ज्वेलर्स, पेंट, जूता, चप्पल, कपड़े की दुकानों पर जमावड़ा दिखा। रसदार फलों की बढ़ी मांग, सजने लगी लस्सी की दुकानें
गर्मी का तापमान बढ़ने के साथ ही सुबह से तेज धूप निकलनी शुरू हो गई है। जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे रसदार फलों की मांग भी बढ़ने लगी है। मौसमी फल तरबूज, ककड़ी, खीरा आदि की बिक्री बढ़ गई है। चौक-चौराहों पर शर्बत आदि की दुकानें सजने लगी हैं। कचहरी, अस्पताल या फिर बाजार आए दूर-दराज के ग्रामीणों के बीच शर्बत की मांग काफी रहती है। इस कारण कचहरी परिसर, अस्पताल रोड समेत चौक-चौराहों पर शर्बत के ठेले सजने लगे हैं। मंगलवार को डंकीनगंज चौराहा स्थित दुकान पर लस्सी की मांग ज्यादा रही। लस्सी के लिए काफी भीड़ देखी गई। बोले दुकानदार, स्थिति जल्द ठीक होने की उम्मीद
सत्तर दिन बाद छूट मिलने पर अब दुकानों पर पसरा सन्नाटा जहां टूटा गया है वहीं ग्राहकों की आमद बढ़ने से दुकानदारों को राहत मिली है। दुकानदार शिवपूजन कहते हैं कि ग्राहकों का आना-जाना शुरू हो गया है। अभी सामान्य दिनों की तरह तो नहीं है पर बाजारों की रौनक लौटने लगी है। विक्रेता शनि ने कहा कि दुकान बंद होने से काफी नुकसान हुआ। राहत की बात है कि दुकानें खुलनी शुरू हुईं। सारी बचत खत्म हो गई थी। माल को अलग से नुकसान पहुंच रहा था। उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति ठीक हो जाएगी। वहीं रामबली गुप्ता ने कहा कि नुकसान तो बहुत हुआ है लेकिन यह परेशानी सभी के साथ थी। अब बाजार खुले हैं तो बड़ी राहत मिली है।