एक किलो चावल में 32 बच्चों की तहरी, जांच में खुली पोल
एक किलो चावल में बनाई 32 बाों की तहरी जांच में खुली पोल
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एक किलो चावल में 32 बच्चों के लिए बन रही तहरी, यह हाल है बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय स्कूलों में नौनिहालों के लिए बनने वाले मध्यान्ह भोजन योजना का। मंडलीय समन्वयक राकेश कुमार तिवारी द्वारा परिषदीय स्कूलों की जांच के दौरान बुधवार को मामले का खुलासा हुआ। उन्होंने संबंधित प्रधानाध्यापक पर नाराजगी जताते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरैनी मझवां का मंडलीय समन्वयक ने बुधवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण में नामांकित 68 के सापेक्ष 32 बच्चों को एक किलो चावल से तहरी बनाया जा रहा था। वहीं 400 मिली लीटर दूध वितरण किया गया था। मानक के अनुसार 4 किलो 800 ग्राम चावल तथा 6 लीटर 300 ग्राम दूध का वितरण होना चाहिए था। इसके पूर्व भी मंडलीय समन्वयक द्वारा उक्त विद्यालय का कई बार निरीक्षण किया गया है। प्रधानाध्यापक तेजू को मानक और मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन, दूध, फल वितरण करने हेतु कहा गया, परन्तु उनके द्वारा कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। बता दें कि आयुक्त विध्याचल मंडल प्रीति शुक्ला द्वारा बीते 15 फरवरी को परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विकास खंड सिटी के प्राथमिक विद्यालय हुरुआ में नामांकित 170 छात्रों के सापेक्ष 90 छात्रों के लिए सब्जी चावल बना था, सब्जी में आलू सोयाबीन और टमाटर पड़ा था। वहीं प्राथमिक विद्यालय देवरी में 193 के सापेक्ष 134 और पूर्व माध्यमिक विद्यालय देवरी में नामांकित 226 छात्रों के सापेक्ष 123 छात्र मिले थे और मेन्यू के अनुसार सब्जी चावल बनने के बावजूद महज अध्यापकों के लिए लगभग 20 अतिरिक्त रोटी बनी थी। उन्होंने निर्धारित मीनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण एमडीएम बनवाने का निर्देश दिया था।