पीएम किसान सम्मान योजना से 23 हजार किसान अब भी वंचित
कृषि विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र के 23 हजार किसान अब भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान के तहत वंचित रह गए हैं जिसके लिए एसडीएम बिमल कुमार दुबे के निर्देश पर डाटा फिटिग तेज कर दी गई है। वही आरोप है कि किसानों को छलावा देने के लिए तीन महीने पहले ही किसानों से फार्म जमा को जमा करा लिया गया लेकिन कई किसानों से फार्म लेने के बावजूद ऑनलाइन नहीं हो सके।
जासं, मड़िहान (मीरजापुर) : कृषि विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र के 23 हजार किसान अब भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान के तहत वंचित रह गए हैं जिसके लिए एसडीएम बिमल कुमार दुबे के निर्देश पर डाटा फीडिंग तेज कर दी गई है। वही आरोप है कि किसानों को छलावा देने के लिए तीन महीने पहले ही किसानों से फार्म जमा करा लिया गया, लेकिन कई किसानों से फार्म लेने के बावजूद ऑनलाइन नहीं हो सके जिसके कारण वे महत्वपूर्ण योजना से वंचित हो गए और अब यदि मार्च बीत गया तो प्रत्येक किसान को इस वित्तीय वर्ष का नुकसान होगा और छह हजार सम्मान निधि से हर किसान वंचित हो जाएगा। कृषि विभाग और तहसील प्रशासन के द्वारा पटल बनाकर किसानों के फार्म जमा कराए गए थे, लेकिन जब ऑनलाइन करने की बारी आई तो कूड़े के ढेर में रख दिया गया। जिसके कारण आए दिन किसान सीएम पोर्टल अथवा तहसील दिवस में किसान सम्मान योजना का लाभ न मिलने की शिकायत करता रहते हैं, हालांकि यह बात दीगर है कि इसका फर्क विभाग पर पड़ने वाला नहीं रहा। तहसील क्षेत्र के कुल 49 हजार किसानों में से 23 हजार किसानों का डाटा तो फीड हो चुका है, लेकिन बचे हुए किसान अब भी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में एसडीएम बिमल कुमार दुबे ने बताया कि योजना से कोई किसान नहीं छूटने पाएगा और डाटा कलेक्शन किसानों से किया जा रहा है।