दोस्तों ने फोन कर पार्क में बुलाया, डंडों से पीटकर घसीटा, वीडियो में कैद हुई हिंसक वारदात
जागृति विहार में युवक को पीट-पीट कर मार डाला। दोस्तों ने घर से फोन पर पार्क में बुलाया उसके बाद डंडों से पीटकर घसीटा। वीडियो में कैद हुई घटना के बाद भी पुलिस ने आरोपितों को नहीं
मेरठ, जेएनएन। जागृति विहार में दोस्तों ने ही युवक को घर से पार्क में बुलाया। उसके बाद डंडों से पीट-पीट कर मार डाला। लहूलुहान हालत में करीब पांच मिनट तक घसीटा भी गया। घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद होने के बाद भी पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई तक नहीं की। माना जा रही है कि हत्या के पीछे किसी लड़की का विवाद सामने आ रहा है।
यह है मामला
मेडिकल थाना क्षेत्र में जागृति विहार सेक्टर छह अनिल कुमार का परिवार रहता है। 17 जून को उनका बेटा लक्की फैक्ट्री के ड्यूटी पूरी करने के बाद शाम पांच बजे घर लौटा था। इसी बीच उसके मोबाइल पर जागृति विहार सेक्टर आठ में रहने वाले मनी की कॉल आई। छह बजे तैयार होकर लक्की अपने दोस्त मनी के पास बीडीएस के पास पार्क में चला गया, जहां पर मनी ने अपने एक साथी के साथ मिलकर लक्की की डंडों से पिटाई की। खून से लथपथ होने के बाद भी पार्क में घसीटा गया। बदहवास होने के बाद भी लक्की पर डंडों से वार करते रहे। लक्की को अधमरा छोड़ने के बाद आरोपित मौके से भाग गए। उसके बाद आसपास के मकान मालिकों ने मामले की जानकारी लक्की के पिता को दी। उसके परिवार के लोग खून से लथपथ लक्की को उठाकर आयुष्मान अस्पताल में ले गए, जहां पर डाक्टरों से पकड़ने से इन्कार कर दिया। उसके बाद आनंद अस्पताल, फिर न्यूट्रिमा और उसके बाद लोकप्रिया में लक्की का उपचार कराया। शुक्रवार की सुबह लक्की ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम करा दिया है। साथ ही कोविड-19 की भी जांच कराई गई।
वीडियो कब्जे में लेने के बाद भी कार्रवाई नहीं
मेडिकल पुलिस की कार्रवाई का हाल देखिए। लक्की को डंडों से पीट-पीट कर पार्क में घसीटा गया। पुलिस ने तत्काल पार्क के आसपास लगे कैमरों की डीवीआर को कब्जे में ले लिया, जिसमें पूरी घटना कैद है। उसके बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार करना तो दूर तीन दिन बाद भी मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ। परिवार का आरोप है कि पुलिस हत्यारोपितों को दबाव में काम कर रही है। वीडियो फुटेज कब्जे में लेेने के बाद भी मनी और उसके साथी को नहीं पकड़ा गया, जबकि दोनों ने लक्की को बेरहमी से पीटा है। उसकी हत्या के पीछे किसी लड़की का मामला सामने आ रहा है। इसके लिए पुलिस जांच कर रही है। एसओ कुलवीर का कहना है कि अभी कोविड-19 टेस्ट कराया जा रहा था, इसलिए आरोपितों के घर दबिश डालने का मौका नहीं मिला।
खून से लथपथ बेटे को लेकर अस्पताल में घूमता रहा परिवार
कोरोना संक्रमण के दौरान शायद संवेदना मर चुकी है। लक्की का परिवार खून से लथपथ हालत में उसे लेकर आयुष्मान, फिर आनंद और उसके बाद न्यूट्रिमा अस्पताल पहुंचा। सभी ने उसकी हालत को देखकर जवाब दे दिया। लोकप्रिय में उसे आइसीयू में भर्ती कराया। तब उपचार शुरू हो चुका। इतना सबकुछ होने के बाद भी पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने की जरूरत तक नहीं समझी। बल्कि अफसरों से पूरे मामले को दबाया गया।
इन्होंने बताया
पीडि़त पक्ष की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करेगी। उसके लिए तीन टीमें बना दी गई है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार को सौंप दिया है। आरोपितों को पकड़ने के बाद ही विवाद की पूरी जानकारी मिल सकेगी।
- अजय साहनी, एसएसपी