अगले दस साल में कैसा मेरठ चाहते हैं आप, पूछने आ रही है टीम
अगले दस साल में आप कैसा मेरठ देखना चाहते हैं। महायोजना 2031 बनाते समय एक टीम यह सवाल आपसे भी पूछेगी। तो तैयार रहिए अपने सुझावों के साथ।
By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 11:31 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 11:31 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। अगर आपको लगता है कि आप अच्छे सलाहकार हैं और यह बता सकते हैं कि शहर में किस जगह क्या होना चाहिए? अन्य बड़े शहरों की तरह यहां ऐसा क्या बदलाव किया जाए, जिससे मेरठ सुनियोजित तरीके से बस सके। वास्तविक जरूरतें क्या हैं और कौनसी सुविधा शहर में बेवजह हैं? तो तैयार रहें। जल्द ही एक टीम शहर में लोगों से संपर्क करने के लिए आने वाली है। बेहतर सलाह और सुधारों को मेरठ की अगली महायोजना-2031 में शामिल किया जाएगा।
महायोजना तैयार करने का काम शुरू
मेरठ के लिए महायोजना-2031 तैयार करने का काम शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार के स्तर से टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी करके ग्राम एवं नगर नियोजन विभाग को महायोजना तैयार करने की जिम्मेदारी दे दी गई है। इसके अंतर्गत प्राधिकरण क्षेत्र का विस्तृत सर्वे होगा। एक टीम सरकारी व अन्य कार्यालयों में जाकर राय लेगी। स्थानीय जरूरतों को पूछेगी। पिछली महायोजना 2021 की यदि कोई कमियां गिनाएगा तो टीम उसे भी सुनेगी। दरअसल, टीम का मकसद यह रहेगा कि अधिक से अधिक जानकारी जुटाकर ऐसी महायोजना बनाना जिससे शहर को अगले 10 साल के लिए सुनियोजित तरीके से विकसित करने की रूपरेखा बनाई जा सके।
देश के 61 शहरों में शामिल है मेरठ
केंद्र की अमृत योजना के तहत जीआइएस (ज्योग्राफिकल इंफारमेशन सिस्टम) आधारित महायोजना तैयार करने के लिए देश के 61 शहरों को चयनित किया गया था। इसमें मेरठ व गाजियाबाद भी शामिल हैं। यह ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से लक्ष्य वाले क्षेत्र की मैपिंग की जाती है। इससे प्राप्त डाटा के माध्यम से ऑफिस में बैठे ही सटीक जानकारी प्राप्त कर ली जाती है। यह तकनीक मैप को डिजिटल फार्मेट में भी बदल देती है। भौगोलिक आकृतियां आसानी से देखी जा सकेंगी।
दौराला महायोजना हो जाएगी मर्ज
मेरठ महायोजना-2031 में दौराला महायोजना 2021 को मर्ज कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि मेरठ की महायोजना 2021 अलग है, जबकि दौराला की महायोजना 2021 अलग। यही नहीं इसमें मेरठ विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र मवाना, हस्तिनापुर आदि भी शामिल रहेंगे।
नई महायोजना में बड़े ख्वाब होंगे शामिल
महायोजना 10 साल के लिए बनाई जा रही है। उम्मीद है कि 10 साल में शहर समेत पूरे जिले में बड़ा बदलाव दिखेगा। इसमें रैपिड रेल व मेट्रो जैसे प्रोजेक्ट तो होंगे ही, वहीं भविष्य में तमाम बड़ी जरूरतें और प्रोजेक्ट आ सकते हैं। ऐसे में बड़े अस्पताल, कैटल कालोनी, ट्रांसपोर्ट नगर, बस टर्मिनल, ईको पार्क, नए बस अड्डे, इलेक्ट्रिक कार रिचार्जिंग स्टेशन, बेहतर जल निकासी, कूड़ा निस्तारण, सीवेज, सामुदायिक सुविधाएं आदि शामिल होंगे। रैपिड व मेट्रो के लिए ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) नीति के तहत उसके आसपास के डेढ़ किमी क्षेत्र की अलग से व्यवस्था लागू की जाएगी।
इनका कहना है
मेरठ महायोजना-2031 बनाने के लिए शासन स्तर से टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस पर कार्य भी शुरू हो गया है। इससे संबंधित टीम जल्द स्थानीय जरूरतों के बारे में कार्यालयों में संपर्क करेगी।
-इश्तियाक अहमद, चीफ टाउन प्लानर, एमडीए
महायोजना तैयार करने का काम शुरू
मेरठ के लिए महायोजना-2031 तैयार करने का काम शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार के स्तर से टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी करके ग्राम एवं नगर नियोजन विभाग को महायोजना तैयार करने की जिम्मेदारी दे दी गई है। इसके अंतर्गत प्राधिकरण क्षेत्र का विस्तृत सर्वे होगा। एक टीम सरकारी व अन्य कार्यालयों में जाकर राय लेगी। स्थानीय जरूरतों को पूछेगी। पिछली महायोजना 2021 की यदि कोई कमियां गिनाएगा तो टीम उसे भी सुनेगी। दरअसल, टीम का मकसद यह रहेगा कि अधिक से अधिक जानकारी जुटाकर ऐसी महायोजना बनाना जिससे शहर को अगले 10 साल के लिए सुनियोजित तरीके से विकसित करने की रूपरेखा बनाई जा सके।
देश के 61 शहरों में शामिल है मेरठ
केंद्र की अमृत योजना के तहत जीआइएस (ज्योग्राफिकल इंफारमेशन सिस्टम) आधारित महायोजना तैयार करने के लिए देश के 61 शहरों को चयनित किया गया था। इसमें मेरठ व गाजियाबाद भी शामिल हैं। यह ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से लक्ष्य वाले क्षेत्र की मैपिंग की जाती है। इससे प्राप्त डाटा के माध्यम से ऑफिस में बैठे ही सटीक जानकारी प्राप्त कर ली जाती है। यह तकनीक मैप को डिजिटल फार्मेट में भी बदल देती है। भौगोलिक आकृतियां आसानी से देखी जा सकेंगी।
दौराला महायोजना हो जाएगी मर्ज
मेरठ महायोजना-2031 में दौराला महायोजना 2021 को मर्ज कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि मेरठ की महायोजना 2021 अलग है, जबकि दौराला की महायोजना 2021 अलग। यही नहीं इसमें मेरठ विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र मवाना, हस्तिनापुर आदि भी शामिल रहेंगे।
नई महायोजना में बड़े ख्वाब होंगे शामिल
महायोजना 10 साल के लिए बनाई जा रही है। उम्मीद है कि 10 साल में शहर समेत पूरे जिले में बड़ा बदलाव दिखेगा। इसमें रैपिड रेल व मेट्रो जैसे प्रोजेक्ट तो होंगे ही, वहीं भविष्य में तमाम बड़ी जरूरतें और प्रोजेक्ट आ सकते हैं। ऐसे में बड़े अस्पताल, कैटल कालोनी, ट्रांसपोर्ट नगर, बस टर्मिनल, ईको पार्क, नए बस अड्डे, इलेक्ट्रिक कार रिचार्जिंग स्टेशन, बेहतर जल निकासी, कूड़ा निस्तारण, सीवेज, सामुदायिक सुविधाएं आदि शामिल होंगे। रैपिड व मेट्रो के लिए ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) नीति के तहत उसके आसपास के डेढ़ किमी क्षेत्र की अलग से व्यवस्था लागू की जाएगी।
इनका कहना है
मेरठ महायोजना-2031 बनाने के लिए शासन स्तर से टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस पर कार्य भी शुरू हो गया है। इससे संबंधित टीम जल्द स्थानीय जरूरतों के बारे में कार्यालयों में संपर्क करेगी।
-इश्तियाक अहमद, चीफ टाउन प्लानर, एमडीए
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