Young Achievers: परिवार और दोस्तों में अकेली पहलवान बनकर उभरीं मेरठ की श्वेता, जानिए इनकी उपलब्धियां
Young Achievers मेरठ में साकेत के नगला बट्टू की रहने वाली श्वेता तोमर हावर्ड प्लेस्टेड गल्र्स इंटर कालेज में कक्षा 10वीं में पढ़ाई कर रही है। माता के प्रेरित करने पर श्वेता ने साल 2017 में कोच डा. जबर सिंह सोम के मार्गदर्शन में कुश्ती का प्रशिक्षण शुरू किया।
मेरठ, [अमित तिवारी]। Young Achievers भारतीय कुश्ती संघ की ओर से अंडर-16 आयु वर्ग के खिलाड़ियों को तैयार करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य छोटी उम्र से ही अच्छे पहलवान तैयार कर उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है। इसी कड़ी में जिला कुश्ती संघ मेरठ की ओर से भी छोटे पहलवानों को खूब प्रेरित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में चौ. चरण सिंह विवि परिसर स्थित रुस्तम-ए-जमा दारा सिंह कुश्ती हाल में मेरठ की श्वेता तोमर ने भी कम आयु में ही प्रशिक्षण शुरू किया और प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में पदक जीतते हुए आगे बढ़ रही हें। कक्षा 10वीं में पढ़ रहीं श्वेता अपने परिवार और स्कूल के दोस्तों में अकेली पहलवान हैं जो मेरठ का नाम रोशन कर रही हैं और लगातार देश का नाम रोशन करना चाहती हैं।
पहली प्रतियोगिता से ही जीता पदक
साकेत के नगला बट्टू की रहने वाली श्वेता तोमर हावर्ड प्लेस्टेड गल्र्स इंटर कालेज में कक्षा 10वीं में पढ़ाई कर रही है। माता के प्रेरित करने पर श्वेता ने साल 2017 में कोच डा. जबर सिंह सोम के मार्गदर्शन में कुश्ती का प्रशिक्षण शुरू किया। एक साल के प्रशिक्षण के बाद श्वेता ने नवंबर 2018 में जंगीराबाद में हुई प्रदेश स्तरीय स्कूल स्टेट रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया। इसके बाद साल 2019 में नोएडा में हुई सब-जूनियर स्टेट रेसलिंग चैंपियनशिप में श्वेता ने हिस्सा लिया और अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक के साथ राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई।
नेशनल में भी पदक से हुई शुरुआत
किसी भी खेल की प्रतियोगिता में जिला और प्रदेश की प्रतिस्पर्धा को पार कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पहुंचना ही बड़ी बात होती है। और वहां पहले ही प्रयास में पदक जीत सके तो अनुभव और भी अच्छा हो जाता है। श्वेता के साथ ही भी कुछ ऐसा ही हुआ। प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता पार करते हुए साल 2018 में श्वेता तोमर ने कोटा में हुई अंडर-15 नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। बेहतरीन प्रदर्शन के साथ श्वेता ने कांस्य पदक जीता और राष्ट्रीय स्तर पर पहला पदक अपने नाम किया। इसके बाद साल 2019 में बिहार के पटना में हुई सब-जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और रजत पदक जीतकर लौंटीं। इसके बाद साल 2020 में कोई प्रतियोगिता नहीं होने से श्वेता 2021 के प्रतियोगिता की तैयारी कर रही हैं।
अब कैडेट नेशनल पर है नजर
श्वेता तोमर के अनुसार वह अब मई 2021 में संभावित कैडेट नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रही हैं। इस साल बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ ही उनका फोकस कुश्ती के प्रशिक्षण पर भी है जिससे 2021 में इस साल यानी 2020 की कमी को भी पूरा कर सकें और अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर पदक भी जीत सकें। श्वेता की पसंदीदा पहलवान अर्जुन अवार्ड से सम्मानित मेरठ की अलका तोमर और हरियाणा की सरिता मोर हैं। वह उन्हीं की तरह कुश्ती के दांव खेलना चाहती हैं और देश-विदेश में मेरठ, प्रदेश, देश के साथ ही अपने गुरुजी का नाम रोशन करना चाहती हैं। श्वेता के पिता कमल सिंह तोमर चो. चरण सिंह विवि में कार्यरत हैं। श्वेता के बड़े भाई यानी ताऊजी के बेटे अर्जुन तोमर बाक्सिंग खेजते हैं। श्वेता को खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा उनसे भी मिली। अभिभावकों का प्रोत्साहन मिलने के बाद वह इसी में अपना करियर भी बनाना चाहती हैं।