रेलवे ओवरब्रिज पर गार्डर रखने का काम शुरू, ड्रोन से हुई निगरानी
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए परतापुर तिराहे के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज पर रविवार दोपहर से गार्डर रखने का काम शुरू हो गया। इस पूरे कार्य की ड्रोन से वीडियोग्राफी भी हुई। सभी 12 गार्डर को पांच मार्च तक रखने का लक्ष्य रखा गया है इस बीच तक रेलवे रोजाना तीन घंटे का ब्लॉक देगा।
जेएनएन मेरठ। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए परतापुर तिराहे के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज पर रविवार दोपहर से गार्डर रखने का काम शुरू हो गया। इस पूरे कार्य की ड्रोन से वीडियोग्राफी भी हुई। सभी 12 गार्डर को पांच मार्च तक रखने का लक्ष्य रखा गया है, इस बीच तक रेलवे रोजाना तीन घंटे का ब्लॉक देगा।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक आरपी सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार, रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर ओपी तनेजा व एक्सईएन अरविंद, कार्यदायी संस्था जीआर इंफ्रा लिमिटेड के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज बैरवा टीम के साथ करीब 11 बजे पहुंच गए। रेलवे ने 12.50 बजे से ब्लॉक दिया था। दोनों भारी-भरकम टावर क्रेनों की मदद से दोपहर एक बजे से गार्डर रखने की शुरुआत हो गई। ब्लॉक 3.50 बजे तक मिला था। इस दौरान तक कुल तीन गार्डर रख लिए गए। कुल तीन घंटे के ब्लॉक के दौरान ट्रेनो का संचालन बंद रहा।
सभी गार्डर रखे जाने के बाद इसके ऊपर लेंटर का कार्य शुरू होगा, हालांकि इस दौरान ट्रेनों के संचालन में बाधा नहीं पहुंचेगी। गार्डर के नीचे विशेष तरह का जाल लगाया जाएगा, जो भारी वस्तु गिरने पर ट्रेन पर गिरने से बचा लेगा। इस दौरान परियोजना निदेशक ने फिर दोहराया कि तय लक्ष्य तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे के डिप्टी इंजीनियर ओपी तनेजा ने बताया कि पांच मार्च तक सभी गार्डर रख दिए जाएंगे।
टेंट लगाकर बैठे अधिकारी, वहीं पर लंच
गार्डर रखने के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूद रहने के कारण वहीं परिसर में टेंट लगा दिया गया। टेंट ऐसी जगह लगाया गया, जहां से आसानी से कार्य होते हुए देखा जा सके। यहीं पर अधिकारियों ने दोपहर का भोजन भी किया।
आज 11.20 से मिलेगा ब्लॉक
सोमवार को गार्डर रखने के लिए रेलवे ने 11.20 से 2.20 तक का ब्लॉक दिया है। अधिकारियों ने इस दिन चार गार्डर रखने का लक्ष्य रखा है। वैसे इतनी देर के ब्लॉक में सामान्यत: तीन गार्डर ही रखे जाते हैं।