पश्चिम उत्तर प्रदेश में बनेगी प्रदेश की सबसे बड़ी डिस्टलरी : राणा
मेरठ । प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि वेस्ट यूपी में सूबे की सबसे बड़ी डि
मेरठ । प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि वेस्ट यूपी में सूबे की सबसे बड़ी डिस्टलरी बनाने की तैयारी है। मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल की क्षमता बढ़ाकर 3500 पीसीडी की जा रही है। साथ ही, किसानों की आय बढ़ाने के लिए मिलों में एथेनॉल बनाने की भी प्रक्रिया तेज की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गन्ने के रस से एथेनॉल बनाने को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया है।
सीसीएसयू स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस सभागार में रविवार को सहकारी बैंक की वार्षिक मीटिंग में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने बड़ी संख्या में जुटे किसानों से सीधे संवाद किया। कहा कि मोदी और योगी सरकार ने गन्ना किसानों को विशेष तवज्जो दी है। 25 हजार करोड़ के अनुपूरक बजट में 5543 करोड़ सिर्फ गन्ने के लिए दिया गया। चीनी मिलों को साफ्ट लोन दिया जा रहा है, जिससे गन्ना किसानों के बकाये का शीघ्र भुगतान किया जा सके। मलकपुर ने 9 फीसद से सुधारकर 30 फीसद भुगतान कर दिया, और लोन पाने की हकदार बन गई। सीएम योगी ने हर हाल में नवंबर तक साफ्ट लोन प्रोसेस को पूरा करने के लिए कहा है। राणा ने कहा कि चौधरी चरण सिंह रमाला मिल की क्षमता बढ़ाने की मांग उठा चुके थे, जिसे 30 साल बाद भाजपा सरकार ने 400 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया। 27 मेगावाट बिजली भी बनेगी। कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी का दाम 29 रुपए प्रति किलो तक लुढ़का, जबकि प्रदेश सरकार ने खेत में एक भी गन्ना शेष नहीं छोड़ा। सुरेश राणा ने कहा कि योगी सरकार ने गन्ना ढुलाई को 8.75 रुपए प्रति किमी प्रति कुंतल से घटाकर अब तीन रुपए प्रति कुंतल कर दिया है। डार्क जोन में बिजली का कनेक्शन 1994 से बंद था, जिसे सरकार ने शुरू कर दिया। कहा कि अब तक गन्ना किसानों को 28 हजार करोड़ से ज्यादा भुगतान किया जा चुका है।