परीक्षितगढ़ में वृद्ध महिला से लूटपाट के बाद निर्मम हत्या, घर में अकेली ही रहती थी बुजुर्ग महिला Meerut News
मेरठ के परीक्षितगढ़ में एक विधवा महिला की उसके घर में ही पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बुधवार की देर रात वारदात को अंजाम दिया गया।
मेरठ, जेएनएन। थाना क्षेत्र के गांव मवी में घर में अकेली रह रही वृद्ध महिला की बुधवार रात निर्मम हत्या कर दी। सिर व चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था। सुबह ग्रामीण पहुंचे तब हत्या का पता चला। कानों से सोने के कुंडल गायब थे और सेफ के लॉकर का ताला टूटा पड़ा था। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध करते हुए राजफाश की मांग की। एसपी देहात अविनाश पांडेय पहुंचे और जल्द बदमाशों की धरपकड़ और राजफाश का आश्वासन दिया। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
काफी दिनों से बाहर नहीं निकली थी वृद्ध महिला
थाना क्षे के गांव मवी निवासी सत्यवती पत्नी स्व. देवीशरण त्यागी उम्र 80 वर्ष के दो बेटे अजितेश व राजीव गुजरात में नौकरी करते हैं वहीं परिवा के साथ रहते हैं। उधर, बेटी अंजू विवाहित है। वह घर पर काफी समय अकेली रहती है। बुधवार रात भी सत्यवती घर के बरामदे में सोयी हुई थी। सुबह देर तक भी रोजमर्रा की तरह वह जरूरी काम के लिए घर से बाहर नहीं आयी तो गांव का ही सुधीर त्यागी ने अंदर से बंद दरवाजा खटखटाया लेकिन तब भी कोई जवाब नहीं आया। इस बीच ग्रामीणों का जमवाड़ा लग गया। उसके बाद आंगन की दीवार फांदकर दरवाजे की कुंदी खोली तो वृद्धा का शव चारपाई पर पड़ा था।
बुरी तरह से कुचल दिया था चेहरा
चेहरा व सिर बुरी तरह चाकू से गोंदकर व भारी लोहे की राड से कुचला हुआ था और पहचान करना भी मुश्किल था। जबकि उसके कान में सोने के कुंडल गायब थे और कमरे में रखी सेफ का लॉकर भी टूटा पड़ा था और उसमें रखी नकदी व अन्य सामान भी गायब था। ग्रामीण भी लूटपाट से इंकार नहीं कर रहे। सूचना पर एसओ मिथुन दीक्षित पुलिस बल के साथ पहुंचे तो लोगों का विरोध झेलना पड़ा। आखिर एसपी देहात अविनाश पांडेय, सीओ सदर देहात पहुंच गए और जल्द राजफाश का आश्वासन देकर शांत किया तब शव उठने दिया। सूचना पाकर ससुराल से बेटी भी पहुंच गयी। इस बीच फोरेंसिक टीम ने सेफ व कमरे के गेट समेत अन्य स्थान से प्रिंट उठाए। जबकि साथ आया डॉग कुछ दूरी पर आकर रुक गया। देर शाम शव वापस गांव पहुंच गया और बेटे भी आ गए। शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
लूटपाट व जमीन रंजिश में उलझी पुलिस
परीक्षितगढ़ क्षेत्र में जिस तरह बदमाश अकेले रह रहे घरों को निशाना बनाकर लूटपाट कर रहे उससे लूटपाट में हत्या को कतई इंकार नहीं किया जा सकता है। यह भी माना जा रहा वृद्धा द्वारा बदमाशों की पहचान करने पर मौत के घाट उतारा गया। जबकि दूसरा पहलु यह भी था कि बंटवारे को लेकर कोर्ट में वाद विचाराधीन है। जिसकी पैरवी भी वह खुद ही कर रही थी। पुलिस उक्त मामले में उलझी हुई है।
वृद्ध की हत्या के कारण अभी स्पष्ट नहीं हुए और मौके से लूटपाट के साक्ष्य भी नहीं मिलते हैं। जल्द ही राजफाश किया जाएगा। -मिथुन दीक्षित, एसओ परीक्षितगढ़।