जहां गए रामगोविंद वहीं तू-तू मैं-मैं, हूटिंग और आरोप
सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी आए तो थे हिसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने लेकिन इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने अपनी अनुशासनहीनता ज्यादा दिखाई।
जेएनएन, मेरठ । सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी आए तो थे हिसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने लेकिन इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने अपनी अनुशासनहीनता ज्यादा दिखाई।
शहर विधायक रफीक अंसारी के करीम नगर स्थित आवास पर दो मृतकों के परिजनों को बुलाकर चेक दिया गया। इसके बाद वरिष्ठ नेता ऊपर कमरे में नाश्ता करने चले गए। यहां पर पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं में कहासुनी हो गई। हालांकि रामगोविंद चौधरी ने दोनों को नसीहत दी कि यह सब छोटी बातें हैं। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष निवर्तमान महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी के आवास पर पहुंचे। यहां तीन परिजनों को चेक सौंपे। यहां एक नेता ने शहर विधायक की शिकायत की। इस पर विधायक व शिकायत करने वाले नेता के समर्थकों में तू-तू मैं-मैं हुई। शिकायत करने वाले नेता के समर्थकों ने हूटिंग भी की। इसके बाद रामगोविंद चौधरी सर्किट पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकार वार्ता की। रामगोविंद के पहुंचने से पहले ही कई कनिष्ठ नेता आगे की कुर्सी पर जमकर बैठकर गए। ऐसी अनुशासनहीनता दिखाई कि कुर्सियां इधर-उधर कर दीं। इससे पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर को सीट नहीं मिल पाई। उन्होंने नए कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता देखी तो वह बाहर जाने लगे, इस पर राजपाल सिंह उन्हें बुलाकर लाए और सीट दी। यही नहीं यहां पर महिला कार्यकर्ता प्रीति त्यागी व नेहा गौड़ ने आरोप लगाया कि राजपाल सिंह महिला कार्यकर्ताओं को आगे नहीं बढ़ने देते। उन्हें मौका नहीं दिया जाता, जबकि शीर्ष स्तर से महिलाओं को तवज्जो दी जाती है। कार्यकर्ताओं ने शाहिद मंजूर के समक्ष भी अपनी बात रखी। उधर, राजपाल सिंह ने कहा कि यह सब निराधार आरोप हैं। इस पार्टी में सभी को मौका दिया जाता है।