आरोपित को थाने में बैठाने पर पीआरवी और सदर पुलिस आए आमने-सामने
पीआरवी (पुलिस रेस्पांस व्हीकल) और थाना पुलिस में हमेशा असमंजस की स्थिति बनी रहती है। शुक्रवार को सदर बाजार थाने में पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी और थाने के कार्यालय में बैठे मुंशी आमने-सामने आ गए।
मेरठ। पीआरवी (पुलिस रेस्पांस व्हीकल) और थाना पुलिस में हमेशा असमंजस की स्थिति बनी रहती है। शुक्रवार को सदर बाजार थाने में पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी और थाने के कार्यालय में बैठे मुंशी आमने-सामने आ गए। पीआरवी, जिस आरोपित को उठाकर थाने लाई थी, मुंशी ने उसे बिना लिखित कार्रवाई के हवालात में रखने से इन्कार कर दिया।
सदर बाजार के थापरनगर गली नंबर सात में भावनपुर निवासी प्रवीण शर्मा दूध देने आया था। प्रवीण ने बीच सड़क पर बाइक खड़ी की तो वहां रहने वाले फैजान ने विरोध किया। विवाद इतना बढ़ा की फैजान ने प्रवीण से मारपीट करते हुए उसकी जेब से नकदी भी निकाल ली। प्रवीण ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। इसी बीच फैजान पक्ष के लोग सड़क पर आ गए। उन्होंने प्रवीण को समझाकर शांत किया। उसकी जेब से निकाली गई नौ सौ रुपये की रकम भी वापस दे दी है। इसी बीच पीआरवी मौके पर पहुंच गई। दोनों पक्षों को सदर बाजार थाने ले आई। फैजान को थाने की हवालात में बैठा दिया। पीआरवी पर तैनात सिपाही ने मुंशी से रिसीव मांगी। उसने देने से इन्कार कर दिया। इस बात पर दोनों में कहासुनी हो गई। बाद में पीड़ित पक्ष तहरीर देने को तैयार हो गया, जिस पर फैजान को थाने में बैठा लिया। बता दें कि फैजान तीन साल बाद जमानत पर जेल से आया है, जो चोरी समेत कई मामलों में जेल जा चुका है। एसओ विजय गुप्ता का कहना है कि पीआरवी बिना लिखित दिए ही फैजान को बैठा रही थी, ऐसे में अवैध हिरासत में युवक को कैसे रखा जा सकता है। बाद में पीड़ित की तहरीर मिलने के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया था।