पश्चिमी उप्र की तंग गलियों में साजिश रच रहे दहशतगर्द, NIA ने गड़ाई नजरें
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तंग गलियां आतंकी साजिश रचने वालों के लिए मुफीद साबित हो रही हैं। एनआइए ने इस क्षेंत्र पर नजरें गड़ा दी हैं। कल ही एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 13 Jan 2019 10:54 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 10:54 AM (IST)
मेरठ, [योगेन्द्र सागर]। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आतंकी गतिविधियों का पुराना नाता है। हाल ही में आइएसआइएस के नए मॉड्यूल के राजफाश ने एक बार फिर पश्चिम में आतंकी कनेक्शन को मजबूती दी है। इसी कनेक्शन को खंगालने के दौरान एनआइए को इनपुट मिला है कि मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों ने मेरठ व आसपास के जिलों की तंग गलियों व मलिन बस्तियों में शरण ली हुई है। एनआइए कभी भी छापामारी कर संदिग्धों की धरपकड़ कर सकती है।
मलिन बस्तियों में शरण
दिल्ली से नजदीकी और आर्थिक संपन्नता के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश माफियाओं के साथ-साथ दहशतगर्दों के निशाने पर रहता है। शनिवार की छापामारी के बाद एनआइए ने एक बार फिर मेरठ, अमरोहा, हापुड़ और गाजियाबाद में विशेष निगहबानी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक कुछ संदिग्धों ने इन जिलों की मलिन बस्तियों में शरण ली हुई है।
आठ अन्य संदिग्ध एनआइए के निशाने पर
सूत्रों की मानें तो एनआइए ने आतंकी गतिविधियों से लिप्त लोगों की डिटेल्स इकट्ठा की हैं। ये संदिग्ध पश्चिम के विभिन्न जिलों में फैले हुए हैं। हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ और अमरोहा में आठ ऐसे लोग चिन्हित किए गए हैं, जिनकी गतिविधियां देश विरोधी व संदिग्ध प्रतीत हो रही हैं। एनआइए ने उनकी घेराबंदी शुरू कर दी है। जल्द ही इन संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए कभी भी सघन छापामारी की जा सकती है।
एनआइए के एक्शन से कई जिलों में खलबली
अफसार की गिरफ्तारी के बाद एनआइए ने हापुड़ में छापामारी की, लेकिन हलचल मेरठ व आसपास के जिलों में मच गई। जानकारी के मुताबिक मेरठ के मुंडाली व किठौर थाना क्षेत्र के गांवों से कई लोग एकाएक लापता हो गए। बताया जा रहा है कि वे हथियार तस्करी व अन्य अवैध धंधों से जुड़े हैं।
मुंडाली क्षेत्र में दायरे में
आतंकी माड्यूल का राजफाश होने के बाद सिर्फ किठौर के राधना से ही आतंकी कनेक्शन जोड़ा जा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे जांच आगे बढ़ी तो आतंकी कनेक्शन का दायरा बढ़ता गया और किठौर के बाद मुंडाली थाना क्षेत्र में फैल गया। मुंडाली थाना क्षेत्र के गांव जसौरा निवासी अफसार अब आतंकी नेटवर्क की मजबूत कड़ी के रूप में सामने आया है।
भारी फोर्स देख गांव में फैली दहशत
मुंडाली थाने के जिसौरा और अजराड़ा गांव में आपसी रंजिश में खून-खराबे के मामले अकसर सामने आते रहते हैं। पुलिस, क्राइम ब्रांच व बाहरी पुलिस की दबिश भी लोग देखते रहते हैं। लेकिन शनिवार को कई थानों की पुलिस, पीएसी के साथ एनआइए की छापामारी देख दोनों गांवों में दहशत फैल गई। तरह-तरह की चर्चाओं से गांव का माहौल गरमा गया।
राधना में पड़ा सबसे ज्यादा असर
एनआइए द्वारा हापुड़ में छापामारी के बाद सबसे ज्यादा असर किठौर के राधना गांव में देखने को मिला। गांव के कुछ युवा व अधेड़ उम्र के लोगों ने एकाएक गांव छोड़ दिया। इसके अलावा बड्ढ़ा गांव में भी कुछ लोगों के एकाएक गायब होने की सूचना मिली। ये लोग स्थानीय पुलिस के निशाने पर भी आ गए हैं।
इनका कहना है
पुलिस अपने स्तर से हर गतिविधि पर नजर रख रही है। देश विरोधी गतिविधि सामने आने पर संबंधित एजेंसी को सूचना देकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
-प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन
मलिन बस्तियों में शरण
दिल्ली से नजदीकी और आर्थिक संपन्नता के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश माफियाओं के साथ-साथ दहशतगर्दों के निशाने पर रहता है। शनिवार की छापामारी के बाद एनआइए ने एक बार फिर मेरठ, अमरोहा, हापुड़ और गाजियाबाद में विशेष निगहबानी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक कुछ संदिग्धों ने इन जिलों की मलिन बस्तियों में शरण ली हुई है।
आठ अन्य संदिग्ध एनआइए के निशाने पर
सूत्रों की मानें तो एनआइए ने आतंकी गतिविधियों से लिप्त लोगों की डिटेल्स इकट्ठा की हैं। ये संदिग्ध पश्चिम के विभिन्न जिलों में फैले हुए हैं। हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ और अमरोहा में आठ ऐसे लोग चिन्हित किए गए हैं, जिनकी गतिविधियां देश विरोधी व संदिग्ध प्रतीत हो रही हैं। एनआइए ने उनकी घेराबंदी शुरू कर दी है। जल्द ही इन संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए कभी भी सघन छापामारी की जा सकती है।
एनआइए के एक्शन से कई जिलों में खलबली
अफसार की गिरफ्तारी के बाद एनआइए ने हापुड़ में छापामारी की, लेकिन हलचल मेरठ व आसपास के जिलों में मच गई। जानकारी के मुताबिक मेरठ के मुंडाली व किठौर थाना क्षेत्र के गांवों से कई लोग एकाएक लापता हो गए। बताया जा रहा है कि वे हथियार तस्करी व अन्य अवैध धंधों से जुड़े हैं।
मुंडाली क्षेत्र में दायरे में
आतंकी माड्यूल का राजफाश होने के बाद सिर्फ किठौर के राधना से ही आतंकी कनेक्शन जोड़ा जा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे जांच आगे बढ़ी तो आतंकी कनेक्शन का दायरा बढ़ता गया और किठौर के बाद मुंडाली थाना क्षेत्र में फैल गया। मुंडाली थाना क्षेत्र के गांव जसौरा निवासी अफसार अब आतंकी नेटवर्क की मजबूत कड़ी के रूप में सामने आया है।
भारी फोर्स देख गांव में फैली दहशत
मुंडाली थाने के जिसौरा और अजराड़ा गांव में आपसी रंजिश में खून-खराबे के मामले अकसर सामने आते रहते हैं। पुलिस, क्राइम ब्रांच व बाहरी पुलिस की दबिश भी लोग देखते रहते हैं। लेकिन शनिवार को कई थानों की पुलिस, पीएसी के साथ एनआइए की छापामारी देख दोनों गांवों में दहशत फैल गई। तरह-तरह की चर्चाओं से गांव का माहौल गरमा गया।
राधना में पड़ा सबसे ज्यादा असर
एनआइए द्वारा हापुड़ में छापामारी के बाद सबसे ज्यादा असर किठौर के राधना गांव में देखने को मिला। गांव के कुछ युवा व अधेड़ उम्र के लोगों ने एकाएक गांव छोड़ दिया। इसके अलावा बड्ढ़ा गांव में भी कुछ लोगों के एकाएक गायब होने की सूचना मिली। ये लोग स्थानीय पुलिस के निशाने पर भी आ गए हैं।
इनका कहना है
पुलिस अपने स्तर से हर गतिविधि पर नजर रख रही है। देश विरोधी गतिविधि सामने आने पर संबंधित एजेंसी को सूचना देकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
-प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन
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