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वीडियो वायरल..मुझे मेडिकल से निकालो

मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में इलाज को लेकर फिर नया आडियो वायरल हुआ है। इसमें एक एडवोकेट मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड की बदइंतजामी बता रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 07:00 AM (IST)
वीडियो वायरल..मुझे मेडिकल से निकालो
वीडियो वायरल..मुझे मेडिकल से निकालो

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में इलाज को लेकर फिर नया आडियो वायरल हुआ है। इसमें एक एडवोकेट मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड की बदइंतजामी बता रहे हैं। एक दूसरे वकील से बातचीत में मरीज ने बताया है कि तीन दिन के दौरान एक भी दवा नहीं मिली। कोई डाक्टर देखने नहीं आया। मरीज ने बातचीत में बताया है कि एक प्रोफेसर ने धमकाया कि यहा खाने और पानी को लेकर मरीजों की शिकायत नहीं सुनी जाएगी। मरीज ने आरोप लगाया है कि फोन का चार्जर खराब कर दिया गया है, जिससे कहीं फोन न कर सकें। भाप और गरम पानी की सुविधा नहीं है। मरीज ने कहा है कि वो अपने हाथ से आक्सीजन मास्क पहन रहा है। सात बार के प्रयास के बावजूद ब्लड नहीं निकाला जा सका। आडियो के मुताबिक मरीज ने वार्ड से निकालने की गुहार की है। उधर, कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी का कहना है कि वार्ड में किसी सुविधा की कमी नहीं है। और मरीजों के प्रति स्टाफ के व्यवहार को लेकर शिकायतों की जाच होगी।

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हर बुखार कोविड, जब तक जाच न हो जाए: डा. सूर्यकात

कोरोना नियंत्रण के लिए शासन से मेरठ भेजे गए केजीएमयू के प्रोफेसर डा. सूर्यकात ने कहा है कि हर बुखार कोरोना संक्रमण मानकर चलना चाहिए। जाच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही स्थिति इसे कोरोना न माना जाए। कहा कि कोविड की बीमारी टायफायड, मलेरिया और डेंगू के साथ भी हो सकती है। ऐसे में बुखार को हल्के में न लें, अन्यथा वायरस का चक्र घर में भी चलता रहेगा। मेरठ में पहले दिन के दौरे को लेकर कहा कि यहा निजी अस्पतालों से देर से मरीज मेडिकल कालेज भेजे जा रहे हैं, जो खतरनाक है। कहा कि टीम ने नवंबर में हुई मरीजों की मौतों को लेकर पड़ताल की, जिसमें साफ हुआ कि निजी अस्पतालों में इलाज को लेकर भारी लापरवाही हुई है। 40 फीसद आक्सीजन सेचुरेशन वाले मरीज भी पहुंचे हैं, जिन्हें कैसे बचाया जा सकता है। डा. सूर्यकात ने कोविड वार्ड के चिकित्सकों को आगाह किया कि सिर्फ कोरोना का इलाज न हो। मरीजों की अन्य बीमारियों का इलाज जरूर करें, अन्यथा खतरा ज्यादा रहेगा। होम आइसोलेशन के मरीज घर में तीन बार आक्सीजन सेचुरेशन नापें। जिससे वक्त रहते यानी आक्सीजन 95 फीसद से कम होने पर अस्पताल में भर्ती कराया जा सके।

स्लम एरिया में 739 की कोरोना जाच

टारगेटेड सैंपलिंग के तहत शुक्रवार को नगर के 24 स्वास्थ्य केंद्रों पर बड़े पैमाने पर सैंपलिंग की गई। कुल 1720 लोगों की एंटीजन एवं 816 लोगों की पीसीआर जाच की गई। इसमें स्लम एरिया में 513 की एंटीजन एवं 226 लोगों की पीसीआर जाच की गई। इसमें महज दो पाजिटिव मिले। उधर, 1720 सैंपलों की जाच में 34 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। मोबाइल टीम ने गुरुवार को नई दिल्ली से आने वाली बसों में 80 यात्रियों की सैंपलिग की गई थी, जिसमें कोई पाजिटिव नहीं मिला था।

211 मरीज मिले, तीन की मौत

गत सप्ताह की तुलना में शुक्रवार को थोड़ी राहत मिली, जब कोरोना संक्रमण की दर घटकर चार फीसद के आसपास रह गयी। 5392 सैंपलों की जाच की गई, जिसमें 3.91 फीसद में वायरस मिला। यानी कुल 211 बीमार मिले। सीएमओ डॉ राजकुमार ने कहा कि संक्रमण की दर में कमी बड़ा संकेत है। गत दिनों संक्रमण की दर नौ फीसद तक हो गयी थी। उधर,मेडिकल कालेज में सौ से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। 200 बेडों वाले धन सिंह कोतवाल केंद्र को फिर शुरू कर दिया गया है। मेडिकल कालेज में 106 मरीज हैं, जिसमें से 68 ऑक्सीजन पर रखे गए हैं। तीन की मौत हुई है।


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