Rose Day: बोडो और ताज कर रहे प्रेमियों के दिलों पर राज
आज रोज डे के साथ वैलेंटाइन वीक की शुरूआत हो चुकी है। रोज डे पर युवाओं के लिए रेड, येलो, पीच कलर का ताज किस्म का गुलाब महाराष्ट्र के पुणे और सांगली क्षेत्रों से आ रहा है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 03:09 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 03:09 PM (IST)
मेरठ, [संदीप शर्मा]। 'यूं मेरे खत का जवाब आया। लिफाफे में इक गुलाब आया।। लेकिन इन दिनों शहर में गुलाब लिफाफों में नहीं, ट्रकों में आ रहे हैं। वह भी कई राज्यों से। वेलेंटाइन वीक का आगाज आज (गुरुवार) से हो रहा है। इसके पहले दिन रोज-डे पर युवाओं में गुलाबों को लेकर खासा क्रेज है। रोज-डे से पहले गुरुवार को तमाम फ्लोरिस्ट शॉप गुलजार दिखीं। रेड, येलो, पीच, पिंक, व्हाइट, ब्लैक मीमा (तेज गाढ़ा लाल) रंग युवाओं पर खूब चटख हो रहा है। इसमें ताज और बोडो किस्मों के गुलाब ही छाए हैं। ताज वही किस्म है, जो अक्सर ग्रीटिंग्स पर अधखिला सा दिखता है।
दिल्ली रोड से नई सड़क तक महक रहा गुलाब
रोज-डे की तैयारियों में दिल्ली रोड कुछ ज्यादा ही मसरूफ दिखाई दिया। साथ ही आबूलेन, सदर, वेस्ट एंड रोड, मोदीपुरम, वेस्टर्न कचहरी रोड पर फ्लोरिस्ट के यहां खूब रौनक दिखाई दी। यहां किशोर ज्यादा संख्या में थे। सदर स्थित खुशबू फ्लोरिस्ट के मालिक दिनेश ने बताया कि इस बार बाजार पिछले साल की तुलना में अच्छा है। वेस्टर्न कचहरी रोड पर अधिकतर फ्लोरिस्ट के यहां गुलाब लेने वालों की तादाद खासी है। नई सड़क पर लाइन से कई फ्लोरिस्ट हैं। इसमें पिंटू फ्लोस्टि के मालिक पिंटू सैनी ने बताया कि वेलेंटाइन वीक के लिए आम दिनों से करीब पचास गुना ज्यादा ऑर्डर दे चुके हैं। ज्यादातर फ्लोरिस्ट दिल्ली की गाजीपुर मंडी से तमाम फूल लाते हैं।
प्रेमी ही नहीं, शादीशुदा जोड़ों में भी जबरदस्त क्रेज
वेलेंटाइन वीक का क्रेज केवल प्रेमी-प्रेमिकाओं में ही नहीं है। इसमें शादीशुदा और नवविवाहित जोड़े भी पीछे नहीं हैं। उम्रदराज दंपतियों के बच्चे अपने माता-पिता के लिए फूल लेकर जा रहे हैं। बहुत से बच्चों ने अपने माता-पिता की वेडिंग एनिवर्सरी और बर्थ-डे को भी वेलेंटाइन वीक में सेलीब्रेट करने का प्लान किया है। जाग्रति विहार निवासी विनीत मलिक ने बताया की उनके माता-पिता की वेडिंग एनिवर्सरी पांच फरवरी को होती है, लेकिन वह पिछले कई वर्षों से सात फरवरी को मना रहे हैं। जनवरी और सात फरवरी से पहले पडऩे वाले जन्मदिन का जश्न भी वेलेंटाइन वीक में मनाने का चलन बढ़ा है।
सिंगल रोज से रोज रूम तक छाया गुलाब
एक अदद कली से लेकर रोज रूम (गुलाबों से सजाया गया कमरा) तक गुलाब अपने रंग की चमक और पंखुडिय़ों की महक बिखेर रहा है। मोदीपुरम में फूलों के थोक व्यापारी बृजेश कुमार ने बताया कि पिछले तीन-चार वर्षों से मुंबई, दिल्ली, देहरादून, इंदौर के बाद मेरठ में नव विवाहित जोड़े या घर में किसी उत्सव के दौरान एक पूरे कमरे को गुलाबों से सजाया जाता है। कई रंगों और किस्मों से सजाए गए इस कमरे को 'रोज रूम' कहा जाता है। इसके लिए फ्लोरिस्ट अच्छी रकम वसूलते हैं।
कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तराखंड से आ रही 'खुशबू'
रेड, येलो, पीच कलर का ताज किस्म का गुलाब महाराष्ट्र के पुणे और सांगली क्षेत्रों से आ रहा है। बोडो कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु के आसपास के क्षेत्रों से मंगवाया जा रहा है। बिना खुशबू की इन किस्मों के गुलाब सर्दियों में 15-20 दिन और गर्मियों में 7-10 दिन तक चल जाते हैं। एक कली 15 से लेकर 50 रुपये तक बिक रही है।
दिल्ली रोड से नई सड़क तक महक रहा गुलाब
रोज-डे की तैयारियों में दिल्ली रोड कुछ ज्यादा ही मसरूफ दिखाई दिया। साथ ही आबूलेन, सदर, वेस्ट एंड रोड, मोदीपुरम, वेस्टर्न कचहरी रोड पर फ्लोरिस्ट के यहां खूब रौनक दिखाई दी। यहां किशोर ज्यादा संख्या में थे। सदर स्थित खुशबू फ्लोरिस्ट के मालिक दिनेश ने बताया कि इस बार बाजार पिछले साल की तुलना में अच्छा है। वेस्टर्न कचहरी रोड पर अधिकतर फ्लोरिस्ट के यहां गुलाब लेने वालों की तादाद खासी है। नई सड़क पर लाइन से कई फ्लोरिस्ट हैं। इसमें पिंटू फ्लोस्टि के मालिक पिंटू सैनी ने बताया कि वेलेंटाइन वीक के लिए आम दिनों से करीब पचास गुना ज्यादा ऑर्डर दे चुके हैं। ज्यादातर फ्लोरिस्ट दिल्ली की गाजीपुर मंडी से तमाम फूल लाते हैं।
प्रेमी ही नहीं, शादीशुदा जोड़ों में भी जबरदस्त क्रेज
वेलेंटाइन वीक का क्रेज केवल प्रेमी-प्रेमिकाओं में ही नहीं है। इसमें शादीशुदा और नवविवाहित जोड़े भी पीछे नहीं हैं। उम्रदराज दंपतियों के बच्चे अपने माता-पिता के लिए फूल लेकर जा रहे हैं। बहुत से बच्चों ने अपने माता-पिता की वेडिंग एनिवर्सरी और बर्थ-डे को भी वेलेंटाइन वीक में सेलीब्रेट करने का प्लान किया है। जाग्रति विहार निवासी विनीत मलिक ने बताया की उनके माता-पिता की वेडिंग एनिवर्सरी पांच फरवरी को होती है, लेकिन वह पिछले कई वर्षों से सात फरवरी को मना रहे हैं। जनवरी और सात फरवरी से पहले पडऩे वाले जन्मदिन का जश्न भी वेलेंटाइन वीक में मनाने का चलन बढ़ा है।
सिंगल रोज से रोज रूम तक छाया गुलाब
एक अदद कली से लेकर रोज रूम (गुलाबों से सजाया गया कमरा) तक गुलाब अपने रंग की चमक और पंखुडिय़ों की महक बिखेर रहा है। मोदीपुरम में फूलों के थोक व्यापारी बृजेश कुमार ने बताया कि पिछले तीन-चार वर्षों से मुंबई, दिल्ली, देहरादून, इंदौर के बाद मेरठ में नव विवाहित जोड़े या घर में किसी उत्सव के दौरान एक पूरे कमरे को गुलाबों से सजाया जाता है। कई रंगों और किस्मों से सजाए गए इस कमरे को 'रोज रूम' कहा जाता है। इसके लिए फ्लोरिस्ट अच्छी रकम वसूलते हैं।
कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तराखंड से आ रही 'खुशबू'
रेड, येलो, पीच कलर का ताज किस्म का गुलाब महाराष्ट्र के पुणे और सांगली क्षेत्रों से आ रहा है। बोडो कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु के आसपास के क्षेत्रों से मंगवाया जा रहा है। बिना खुशबू की इन किस्मों के गुलाब सर्दियों में 15-20 दिन और गर्मियों में 7-10 दिन तक चल जाते हैं। एक कली 15 से लेकर 50 रुपये तक बिक रही है।
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