पल्लवपुरम में मरीज का निकाला गर्भाशय, दो चिकित्सकों पर मुकदमा दर्ज
पल्लवपुरम हाईवे स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती मरीज का गर्भाश्य निकाल दिया गया। तीमारदार जब मरीज को दूसरे नर्सिंग होम में ले गए तो वहां के चिकित्सकों ने गर्भाश्य निकल जाने की बात कही।
मोदीपुरम, जेएनएन। पल्लवपुरम हाईवे स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती मरीज का गर्भाश्य निकाल दिया गया। तीमारदार जब मरीज को दूसरे नर्सिंग होम में ले गए तो वहां के चिकित्सकों ने गर्भाश्य निकल जाने की बात कही। जिसके बाद मरीज और उसके स्वजनों के होश उड़ गए। पीड़ित परिवार कोर्ट पहुंचा, जहां कोर्ट के आदेश पर पल्लवपुरम थाने में गर्भाश्य निकालने वाले दो चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पल्लवपुरम थानाध्यक्ष अविनाश अष्टवाल ने बताया कि उल्देपुर गांव निवासी मधु पत्नी अभिषेक की तबियत बिगड़ी तो कुछ दिन पूर्व पल्लवपुरम फेज-वन की सर्विस रोड स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। मधु का आरोप है कि डा. रेखा पंवार और डा. पुष्पेंद्र कुमार के उपचार करने के बाद भी उसकी तबियत खराब होने लगी। मधु के पति अभिषेक व अन्य स्वजनों ने जब हालत बिगड़ती देखी तो मधु को हाईवे स्थित कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान मधु के स्वजनों को बताया कि गर्भाश्य ही नहीं है। जिसे सुनकर स्वजनों के होश उड़ गए। मधु ने कोर्ट में अर्जी लगाई कि उसकी बिना मर्जी के उसका गर्भाश्य निकाल दिया गया है, जिससे उसकी हालत खराब हो रही है। कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद गर्भाश्य निकलने की जानकारी हो सकी। कोर्ट के आदेश पर 156/3 में पल्लवपुरम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि वादी मधु से सभी दस्तावेज मांगने को कहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।