सर्तकता से करें आक्सीजन सिलेंडर प्रयोग
कोरोना के बढ़ते कहर से आमजन की जान पर बन आई है।
मेरठ,जेएनएन। कोरोना के बढ़ते कहर से आमजन की जान पर बन आई है। ऐसे में दवा के लिए कम लोग आक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए अधिक दौड़-भाग कर रहे हैं। बढ़ती मांग और लोगों की बेबसी का लाभ उठाने वाले काम पर लगे हैं। पिछले कुछ दिनों में सामने आया है कि लोगों ने लाभ कमाने के चक्कर में ऐसे सिलेंडर जरूरतमंदों को बड़ी रकम लेकर थमा दिए हैं, जो मानक पूरा नहीं करते। लखनऊ में बुधवार को हुए आक्सीजन प्लांट की घटना ने लोगों को परेशान कर दिया है। ऐसे में आक्सीजन के सिलेंडर को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी उठने लगे हैं। विशेषज्ञों की माने तो कुछ लोगों ने आक्सीजन सिलेंडर के लिए मारामारी में खूब लाभ कमाया और जरूरतमंदों को मानक तोड़कर कमजोर और खराब हो चुके सिलेंडर की मरम्मत कर थमा दिए हैं। इससे हादसे की आशंका बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार सिलेंडर में कई तरह की गैस तरल रूप में भरी होती है, जो धीरे-धीरे सिलेंडर को अंदर से कमजोर कर देती है। साथ ही इनका रेगुलेटर भी खराब हो जाता है।
आमजन नहीं कर सकता पहचान
आक्सीजन सिलेंडर की गुणवत्ता और मानक की पहचान आमजन के बस में नहीं है। इसी का लाभ उठाकर लोगों को खराब गुणवत्ता और चलन से बाहर हो चुके सिलेंडर को भी थमा दिया गया है। आक्सीजन प्लांट पर हर दिन ऐसे ही खराब गुणवत्ता वाले तमाम सिलेंडर पहुंच रहे हैं, लेकिन जरूरत को देखते हुए कोई कुछ कर नहीं कर पा रहा है।
घर पर बरतें सावधानी
- सिलेंडर के रेगूलेटर को ठीक से बंद करें।
- ज्वलनशील पदार्थ से सिलेंडर को दूर रखें।
- पेट्रो पदार्थ और ग्रीस रेगूलेटर पर न लगने दें।
- सिलेंडर गरम होने पर तत्काल घर से बाहर रख दें।
- सिलेंडर से निकलने वाली आक्सीजन का स्तर बनाए रखें।
- भरा सिलेंडर वाहन में रखते हुए अधिक सतर्कता बरते।
- खाली सिलेंडर के रेगूलेटर की जांच करें या कराएं।
- आक्सीजन लीक होने पर खुद को सिलेंडर से दूर कर लें। इन्होंने कहा-
आक्सीजन की किल्लत और सिलेंडर की बढ़ती मांग को देखते हुए तमाम लोगों ने खराब और कमजोर सिलेंडर लोगों को रकम लेकर थमा दिए हैं। वे लोग अधिक सावधानी बरते जिनके घर मे मरीज हैं और सिलेंडर का प्रयोग हो रहा है। सिलेंडर की जांच-पड़ताल अच्छी तरह से करें और वाहन में रखते और उतारते समय अधिक सतर्क रहे।
-पीसी चौधरी, सिलेंडर विशेषज्ञ