अवैध कब्जा हटाने पर हंगामा और मारपीट
केसरगंज में जिला पंचायत की जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कब्जेदारों ने जिला पंचायत कर्मचारियों से हाथापाई की जिस पर लाठीचार्ज करना पड़ा। ज्यादा विरोध बढ़ने पर टीम को वापस लौटना पड़ा। इस दौरान सिर्फ दो ही दुकानों पर सील लगाई जा सकी।
मेरठ, जेएनएन। केसरगंज में जिला पंचायत की जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कब्जेदारों ने जिला पंचायत कर्मचारियों से हाथापाई की, जिस पर लाठीचार्ज करना पड़ा। ज्यादा विरोध बढ़ने पर टीम को वापस लौटना पड़ा। इस दौरान सिर्फ दो ही दुकानों पर सील लगाई जा सकी।
जिला पंचायत की जमीन पर कई साल से कब्जा है। पंचायत की छह दुकाने हैं जिनमें से जिला पंचायत के अनुसार तीन पर अवैध कब्जा है। यही नहीं पार्किंग के नाम पर भी अवैध कब्जा चल रहा है। जिपं ने कई बार प्रशासन से संपर्क किया लेकिन कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। तीन दिन पूर्व जब बोर्ड बैठक हुई तो सीडीओ के सामने मुद्दा उठा। विधायक सोमेंद्र तोमर ने भी इसे गंभीर बताया। सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष ने सीडीओ से संपर्क करके कब्जा हटाने के लिए बात की। इसके बाद प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट व पुलिस की व्यवस्था कर दी गई। मंगलवार दोपहर जिपं अध्यक्ष कुलविंदर के साथ मजिस्ट्रेट व पुलिस मौके पर पहुंची। कब्जा हटाने की जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई अवैध कब्जेदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिला पंचायत की टीम से उलझ गई। टीम से हाथापाई करने लगी तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस पर विरोध ज्यादा बढ़ गया। इस पर जिला पंचायत की टीम दो दुकानों पर सील लगाकर वापस लौट गई। सीओ ने नहीं किया सहयोग : कुलविंदर
जिला पंचायत अध्यक्ष कुलविंदर सिंह ने बताया कि एक दुकान पर महिला का अवैध कब्जा है। इसके लिए महिला पुलिस कर्मी की मांग की थी लेकिन कई बार कहने के बाद भी महिला पुलिस नहीं बुलवाई गई। इस वजह से महिला से कब्जा नहीं हटवाया जा सका। अवैध कब्जेदार हंगामा करते रहे लेकिन सीओ दूर खड़े सब शांति से देखते रहे। 2.30 घंटे की कार्रवाई में उनका रवैया अवैध कब्जा हटवाने वाला नहीं था।