पश्चिम में आतंक के सफाए को पुलिस और एनआइए का ज्वाइंट ऑपरेशन
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंकी गतिविधियों के चलते एनआइए की छापेमारी लगातार जारी है। आतंक के सफाए को एनआइए के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस ऑपरेशन में शामिल है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 10:44 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 10:44 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। आइएस के नए मॉड्यूल के राजफाश के बाद आतंकियों की तलाश में एनआइए की छापामारी जारी है। वहीं, आतंकी मॉड्यूल से हथियार तस्करों का कनेक्शन जुड़ने के बाद अब पुलिस भी सक्रिय हो गई है। आतंक के सफाए में अब पुलिस व एनआइए ज्वाइंट ऑपरेशन पर हैं। एडीजी का कहना है कि देश के गद्दारों के खिलाफ मुहिम चला रही किसी भी सरकारी एजेंसी को पुलिस हरसंभव सहयोग करेगी।
लगातार जारी है छापामारी
एनआइए ने गत 26 दिसंबर को दस संदिग्धों को गिरफ्तार कर आतंकी संगठन आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब-ए-इस्लाम का राजफाश किया था। हापुड़ के गांव वैट निवासी संदिग्ध साकिब की गिरफ्तारी के बाद किठौर के राधना निवासी नईम को गिरफ्तार किया था। नईम पर आतंकियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। इसके बाद एनआइए ने 11 जनवरी को गांव जसौरा निवासी अफसार को गिरफ्तार कर 12 जनवरी को उसके अजराड़ा निवासी मामा के घर से बैग व मोबाइल बरामद किया था।
तीन बार जम्मू-कश्मीर गया था
अफसार पर आरोप है कि वह आतंकी षड्यंत्र के तहत साकिब के साथ तीन बार जम्मू कश्मीर गया था। गत गुरुवार तड़के एनआइए ने गांव जसौरी के मदरसा में छापा मारकर अफसार के छोटे भाई अब्दुल सत्तार (20) को पकड़ा। मेरठ से तीन संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद एनआइए के साथ-साथ पुलिस भी हैरत में है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी कई संदिग्ध मेरठ व आस-पास के जिलों में पनाह लिए हैं।
हथियार तस्करों पर नकेल को गंभीरता से किया जा रहा काम
एडीजी ने बताया कि इस बार आतंकी कनेक्शन हथियार तस्करों से जुड़ा है। ऐसे में हथियार तस्करों के खिलाफ गंभीरता से काम किया जा रहा है। बीते साल भी जोन पुलिस ने अवैध हथियारों की अच्छी खासी रिकवरी की थी। एनसीआर में हथियार तस्करों का बोलबाला है। उनसे निपटने के लिए हाल ही में दिल्ली पुलिस के साथ बैठक भी की गई है।
कई दिशाओं में काम कर रही एनआइए
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि एनआइए मल्टीपल डायरेक्शन में काम कर रही है। जब भी पुलिस की कोई सिस्टर एजेंसी या केंद्रीय एजेंसी देश विरोधी ताकतों के खिलाफ काम करती है तो पुलिस का पूरा सहयोग रहता है। असामाजिक व राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है। आगे भी पुलिस अपने स्तर से मिलने वाली सूचनाओं पर काम कर सुरक्षा एजेंसियों को अवगत कराएगी।
लगातार जारी है छापामारी
एनआइए ने गत 26 दिसंबर को दस संदिग्धों को गिरफ्तार कर आतंकी संगठन आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब-ए-इस्लाम का राजफाश किया था। हापुड़ के गांव वैट निवासी संदिग्ध साकिब की गिरफ्तारी के बाद किठौर के राधना निवासी नईम को गिरफ्तार किया था। नईम पर आतंकियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। इसके बाद एनआइए ने 11 जनवरी को गांव जसौरा निवासी अफसार को गिरफ्तार कर 12 जनवरी को उसके अजराड़ा निवासी मामा के घर से बैग व मोबाइल बरामद किया था।
तीन बार जम्मू-कश्मीर गया था
अफसार पर आरोप है कि वह आतंकी षड्यंत्र के तहत साकिब के साथ तीन बार जम्मू कश्मीर गया था। गत गुरुवार तड़के एनआइए ने गांव जसौरी के मदरसा में छापा मारकर अफसार के छोटे भाई अब्दुल सत्तार (20) को पकड़ा। मेरठ से तीन संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद एनआइए के साथ-साथ पुलिस भी हैरत में है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी कई संदिग्ध मेरठ व आस-पास के जिलों में पनाह लिए हैं।
हथियार तस्करों पर नकेल को गंभीरता से किया जा रहा काम
एडीजी ने बताया कि इस बार आतंकी कनेक्शन हथियार तस्करों से जुड़ा है। ऐसे में हथियार तस्करों के खिलाफ गंभीरता से काम किया जा रहा है। बीते साल भी जोन पुलिस ने अवैध हथियारों की अच्छी खासी रिकवरी की थी। एनसीआर में हथियार तस्करों का बोलबाला है। उनसे निपटने के लिए हाल ही में दिल्ली पुलिस के साथ बैठक भी की गई है।
कई दिशाओं में काम कर रही एनआइए
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि एनआइए मल्टीपल डायरेक्शन में काम कर रही है। जब भी पुलिस की कोई सिस्टर एजेंसी या केंद्रीय एजेंसी देश विरोधी ताकतों के खिलाफ काम करती है तो पुलिस का पूरा सहयोग रहता है। असामाजिक व राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है। आगे भी पुलिस अपने स्तर से मिलने वाली सूचनाओं पर काम कर सुरक्षा एजेंसियों को अवगत कराएगी।
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