UP: गन्ना भुगतान में लापरवाही बरतने वाली पांच चीनी मिलों को भेजा गया पत्र, जल्द भुगतान करने की हिदायत
मेरठ मंडल की बागपत जिले में मलकपुर महाराजगंज में गड़ौरा बहराइच में चिलवरिया बलरामपुर में इटईमैदा व बदायूं में बिसौली शामिल है। बता दें कि अभी तक कई मिलों द्वारा गन्ना भुगतान नहीं होने से किसानों में निराशा है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। प्रदेश की पांच बड़े बकायेदार चीनी मिलों को गन्ना विभाग ने आरसी जारी की है। सभी चीनी मिलों पर गन्ना भुगतान में देरी व लापरवाही बरतने पर दंडात्मक कार्रवाई की गई है। इसमें मेरठ मंडल की बागपत जिले में मलकपुर, महाराजगंज में गड़ौरा, बहराइच में चिलवरिया, बलरामपुर में इटईमैदा व बदायूं में बिसौली शामिल है। बता दें कि अभी तक कई मिलों द्वारा गन्ना भुगतान नहीं होने से किसानों में निराशा है। जिसके बाद से किसानों ने सरकार से गन्ना भुगतान के लिए अपील की है। जिसके बाद कार्रवाई की जा रही है।
36 चीनी मिलों का पूर्ण भुगतान
गन्ना आयुक्त ने बताया कि निर्गत वसूली प्रमाण पत्र के क्रम में संबंधित जिला प्रशासन भू-राजस्व के बकाया की तरह ही वसूली कर सकेगा। जिससे किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान के लिए समय-समय पर की गई समीक्षा बैठकों व नोटिस निर्गत कर त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान के लिए निर्देश दिए गए। पेराई सत्र 2020-21 में संचालित प्रदेश की 120 चीनी मिलों में 36 चीनी मिलों ने शत-प्रतिशत व 29 चीनी मिलों ने 80 प्रतिशत से अधिक गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया है।
चीनी मिल के अतिथि गृह का जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण
प्रदेश के गन्ना व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने चीनी मिल के अतिथि गृह के जीर्णोद्धार कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण किया। इसमें उप्र सहकारी चीनी मिल्स संघ के अधीन चीनी मिलें शामिल रहीं। गन्ना मंत्री ने किसानों को आवश्यक सेवा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से मिल केन यार्ड का उचित रखरखाव, विश्राम स्थल पर सफाई व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उप्र सरकार गन्ना किसानों व चीनी मिलों के उन्नयन हेतु गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है।