UP Election 2022 : भाजपा ने सहारनपुर की इस सामान्य सीट पर उतारा दलित प्रत्याशी, जानें क्या हैं कारण
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 सहारनपुर देहात सीट पहले हरौड़ा के नाम से थी। परिसीमन के बाद पहली बार 2012 में अस्तित्व में आई। इससे पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। सामान्य सीट पर दलित को उतारकर नजीर पेश करने की कोशिश भी की है।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। भाजपा ने शनिवार को जारी प्रत्याशियों की सूची में सहारनपुर में जहां पुराने चेहरों को प्राथमिकता दी है, वहीं सहारनपुर देहात सामान्य सीट पर दलित जगमाल सिंह को प्रत्याशी बनाया है। जगपाल सिंह बसपा से तीन बार इसी सीट से विधायक रह चुके हैं और एक माह पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
हरौड़ा के नाम से थी सहारनपुर देहात सीट
सहारनपुर देहात सीट पहले हरौड़ा के नाम से थी। परिसीमन के बाद पहली बार 2012 में अस्तित्व में आई। इससे पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। जातिगत समीकरणों की बात करें तो इस सीट पर दलित वोट अच्छी संख्या में हैं। जगपाल सिंह का इस वोट बैंक पर अच्छा प्रभाव है। भाजपा ने जगपाल सिंह को प्रत्याशी बनाकर दलितों को साधने का प्रयास करने के साथ ही सामान्य सीट पर दलित को उतारकर नजीर पेश करने की कोशिश भी की है। जगपाल सिंह 1997, 2007 व 2012 में बसपा से इसी सीट से विधायक रह चुके हैं। 2017 में इस सीट पर कांग्रेस के मसूद अख्तर ने विजय हासिल की थी। कुछ दिन पहले वह सपा में शामिल हो गए हैं।
'भाजपा ने दलित समाज का सम्मान किया'
सहारनपुर देहात सीट के प्रत्याशी जगपाल सिंह का कहना है कि अक्सर सामान्य सीट पर सामान्य वर्ग के लोगों को अवसर देने की परंपरा है, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें मौका देकर दलित समाज का सम्मान किया है। इसके लिए वह भाजपा नेतृत्व के ऋणी हैं। चुनाव में दलित-पिछड़ा समाज इसे समझेगा तथा सही निर्णय लेगा।
पूर्व विधायक महीपाल माजरा ने छोड़ी बसपा
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। पूर्व विधायक महीपाल सिंह माजरा ने शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के सभी पदों व सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती को भेजे पत्र में उन्हें जहां जन्मदिन की शुभकामनाएं दी वहीं पार्टी में उचित सम्मान न मिलने का भी आरोप लगया है।
पूर्व विधायक महीपाल सिंह माजरा 2007 में नकुड़ विधानसभा (वर्तमान में गंगोह) से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वह 2017 का चुनाव बसपा से लड़े थे मगर उन्हें जीत हासिल नहीं हुई थी। 2022 के चुनाव में पार्टी ने हाल ही में बसपा में आए गंगोह नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन नोमान मसूद को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है। माना जा रहा है कि नोमान मसूद को प्रत्याशी बनाए जाने से महीपाल माजरा को गहरा झटका लगा। उन्होंने शनिवार की शाम पार्टी छोडऩे की घोषणा कर दी। इस संबंध में उन्होंने मीडिया को अपना पत्र जारी करते हुए कहा कि आगे जो भी निर्णय लेंगे वह समर्थकों से बात करने की बाद ही लिया जाएगा कि किस पार्टी में जाना है या किसका समर्थन करना है।