UP Chunav 2022: अनदेखी से नाराज पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल ने रालोद से तोड़ा नाता
UP Vidhan Sabha Election 2022 पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल पिछले काफी लंबे समय से रालोद की राजनीति में रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान शामली के भैंसवाल में हुई रालोद मुखिया चौधरी जयंत सिंह की रैली में उन्होंने खास सक्रियता दिखाई थी।
शामली, जागरण संवाददाता। रालोद में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को पार्टी में अनदेखी से नाराज पूर्व विधायक एवं पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेश्वर बंसल ने रालोद से नाता तोड़ लिया। उनके बेटे अखिल बंसल ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने उनकी लगातार अनदेखी की। पार्टी के निर्णय से उनके पिता आहत हैं और इसीलिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
लंबे समय से कर रहे रालोद की राजनीति
बता दें कि राजेश्वर बंसल सबसे कम उम्र में विधायक बनने वाले लोगों में शामिल हैं। पिछले काफी लंबे समय से वह रालोद की राजनीति कर रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान भैंसवाल में हुई रालोद मुखिया चौधरी जयंत
सिंह की रैली में उन्होंने खास सक्रियता दिखाई थी। शामली में वैश्य समुदाय में उनकी मजबूत पकड़ है। वह शामली से रालोद के टिकट पर चुनाव लडऩा चाह रहे थे। उन्होंने पार्टी हाईकमान से कह दिया था कि उन्हें या फिर उनके बेटे अखिल बंसल को रालोद के टिकट पर मौका मिलना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें आश्वस्त कर दिया था कि उन्हें चुनाव में मौका दिया जाएगा।
बेटे का शामली से टिकट फाइनल होने की थी चर्चा
जिले में इन चर्चाओं ने भी खूब जोर पकड़ा कि उनके बेटे का शामली विधानसभा क्षेत्र से टिकट फाइनल हो गया था। उन्होंने उसी लिहाज से तैयारी भी शुरू कर दी थी। ऐनवक्त पर पार्टी हाईकमान ने प्रसन्न चौधरी पर दांव लगा दिया। गुरुवार को उन्होंने पार्टी छोडऩे की घोषणा कर दी। इस संबंध में रालोद जिलाध्यक्ष मुकेश सैनी का कहना है कि उन्होंने चर्चा सुनी है। हालांकि अभी तक उनके पास राजेश्वर बंसल का इस्तीफा नहीं आया है।
कई और भी लोग हैं नाराज
पार्टी के कई लोग अभी भी नाराज हैं। हालांकि वे अपने विरोध और आक्रोश को जाहिर नहीं कर रहे हैं। चर्चाओं का बाजार गर्म है। हर कोई एक-दूसरे से अपनी पीड़ा शेयर कर रहा है।