UP Budget 2022: आरआरटीएस को मिले 1306 करोड़, अब रैपिड रेल के कार्यों में आएगी तेजी
UP Budget 2022 राज्य सरकार ने अपने बजट में इस वर्ष दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कारिडोर परियोजना के निर्माण के लिए 1306 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई तक दौड़ेगी रैपिड ट्रेन 2025 में पूरे कारिडोर में।
मेरठ, जागरण संवाददाता। राज्य सरकार ने अपने बजट में इस वर्ष दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीज़नल रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर परियोजना के निर्माण के लिए 1306 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। अब निर्माण कार्यों में तेजी के साथ परियोजना समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी।82 किमी लंबे रैपिड रेल कारिडोर का 68 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है, जबकि 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में है। दिल्ली से मेरठ तक 25 स्टेशन हैं, जिनमें सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार तीन स्टेशन दिल्ली में हैं, जबकि बाकी स्टेशन उत्तर प्रदेश में हैं।
साहिबाबाद से दुहाई तक प्राथमिक खंड में मार्च 2023 में रैपिड ट्रेनें चलाने का लक्ष्य है। जल्द ही यहां पहली रैपिड ट्रेन का ट्रायल रन शुरू होगा। जबकि इसके आगे मुरादनगर रैपिड रेल स्टेशन से लेकर मोदीपुरम रैपिड रेल स्टेशन और मोदीपुरम डिपो तक निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। कुछ स्टेशनों का निर्माण कार्य प्लेटफार्म लेवल तक पहुंच चुका है। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार इस पूरे कारिडोर पर 2025 तक रैपिड ट्रेनें चलाने का लक्ष्य है। बजट से समय से काम पूरा करने में मदद मिलेगी।
लाइट मेट्रो के दूसरे कारिडोर की बढ़ी उम्मीद
मेरठ के दूसरे कारिडोर पर लाइट मेट्रो के लिए वाराणसी और गोरखपुर को मिलाकर सौ करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया गया है। चूंकि, रैपिड रेल कारिडोर के साथ मेट्रो का पहला कारिडोर मर्ज कर दिया गया है इसका काम चल रहा है। अब मोदीपुरम से बेगमपुल, हापुड़ अड्डा, गांधी आश्रम, तेजगढ़ी, मेडिकल कालेज होते हुए जाग्रति विहार एक्सटेंशन तक लाइट मेट्रो का दूसरा कारिडाेर बनना है। बजट से इसकी उम्मीद बढ़ गई है।