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यूपी बोर्ड : इस सत्र में 20 जनवरी तक पूरा करना होगा कक्षा नौवीं से बारहवीं तक का पाठ्यक्रम, बदली-बदली सी होगी पढ़ाई

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों को सत्र 2022-23 में 20 जनवरी तक सभी पाठ्यक्रम पूरे करने होंगे । इसमें कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के सभी पाठ्यक्रम शामिल हैं ।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 12 May 2022 04:35 PM (IST)Updated: Thu, 12 May 2022 04:35 PM (IST)
यूपी बोर्ड : इस सत्र में 20 जनवरी तक पूरा करना होगा कक्षा नौवीं से बारहवीं तक का पाठ्यक्रम, बदली-बदली सी होगी पढ़ाई
यूपी बोर्ड में बदली बदली सी होगी पढ़ाई।

मेरठ, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों को सत्र 2022-23 में 20 जनवरी तक सभी पाठ्यक्रम पूरे करने होंगे। इसमें कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के सभी पाठ्यक्रम शामिल हैं। अर्धवार्षिक लिखित परीक्षा का आयोजन अक्टूबर में दूसरे व तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। कक्षा 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं एक से 15 फरवरी तक और कक्षा 9वी और 11वीं की वार्षिक परीक्षा 16 से 28 फरवरी तक कराई जाएगी। यूपी बोर्ड ने इस सत्र के शैक्षिक कैलेंडर में स्कूलों को इन तिथियों का अनुसरण करते हुए स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य उसी के अनुरूप सुचारू रूप से संचालित करने को कहा है।

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होंगे मासिक टेस्ट भी

अप्रैल महीने में देर से ही सही पर माध्यमिक स्कूलों में सत्र शुरू हो चुका है। अब जल्द ही गर्मी की छुट्टियां भी पड़ जाएंगी। अगस्त महीने में जितना भी सिलेबस पूरा हुआ रहेगा उसके आधार पर अंतिम सप्ताह में मासिक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले जुलाई के अंतिम सप्ताह में मासिक पाठ्यक्रम के अनुसार बहुविकल्पीय प्रश्नों यानी एमसीक्यू के आधार पर मासिक टेस्ट होंगे। इसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में भी वर्णनात्मक परीक्षा के आधार पर मासिक टेस्ट होंगे। वही दिसंबर के अंतिम सप्ताह में बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर मासिक टेस्ट आयोजित किया जाएगा। इसीलिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 20 जनवरी 2023 तक सभी कक्षाओं के पाठ्यक्रम पूरे कराने को कहा है जिससे बोर्ड कक्षाओं के प्री बोर्ड और अन्य कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा का आयोजन और प्रयोगात्मक परीक्षा का आयोजन किया जा सके।

मार्च में होगी बोर्ड परीक्षा

यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 का आयोजन मार्च में किया जाएगा। इससे पहले कक्षा 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षाओं का आयोजन जनवरी के तीसरे सप्ताह में और प्री बोर्ड की लिखित परीक्षा का आयोजन एक से 15 फरवरी के बीच होगा। 20 जनवरी तक पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद छात्रों को रिवीजन का समय मिलेगा और वह प्री-बोर्ड में पूरी तैयारी के साथ शामिल हो सकेंगे। कक्षा 9वी और 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं के साथ ही कक्षा 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन व उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन 16 से 28 फरवरी के बीच होगा।

हर दिन प्रार्थना सभा में दी जाए नैतिक शिक्षा

यूपी बोर्ड ने माध्यमिक स्कूलों को स्कूल शुरू होने के पहले 15 मिनट की प्रातः कालीन प्रार्थना सभा आयोजित करने को कहा है। इसमें प्रार्थना के बाद शिक्षकों, विद्यार्थियों द्वारा 'आज का सुविचार' प्रस्तुत करने को कहा गया है। छात्रों द्वारा हर दिन किसी नैतिक व प्रासंगिक विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए जाएंगे। इसमें जीवन में मूल्यों का महत्व एवं मूल्यपरक शिक्षा, विभिन्न मानव मूल्य यानी चरित्र निर्माण, राष्ट्रभक्ति, समाजसेवा, कर्तव्य परायणता, सत्य निष्ठा आदि, महापुरुषों का जीवन चरित्र, पर्यावरण एवं जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, स्वास्थ्य स्वच्छता और यातायात व सड़क सुरक्षा आदि पर विचार प्रस्तुत किए जाएंगे।

हर 15 दिन में छात्रों को करें कैरियर के प्रति जागरूक

यूपी बोर्ड ने पाक्षिक गतिविधियों के अंतर्गत एक दिन छात्रों को करियर के प्रति जागरूक करने के लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर, बैंक के अधिकारी, सेवायोजन अधिकारी, न्यायिक सेवा से जुड़े अधिकारी, उद्यमी व अन्य प्रतिष्ठित लोगों को संबोधन के लिए आमंत्रित किया जाए। इससे छात्र समय-समय पर करियर संबंधी गतिविधियों से अपडेट रहेंगे और उसी के अनुरूप अपनी तैयारी भी कर सकेंगे। इसके लिए जरूरी है कि स्कूल अपने स्तर पर कक्षा शिक्षण एवं अन्य गतिविधियों की समय-सारणी तैयार कर लें और उसी के अनुरूप गतिविधियों का आयोजन भी किया जाए।

कक्षा नौवी-10वीं में होगा नया प्रारूप

वर्तमान सत्र में कक्षा नौ एवं 10 की लिखित परीक्षा नए प्रारूप के आधार पर होगी। इसमें एक तिहाई प्रश्न बहुविकल्पी होंगे और दो तिहाई प्रश्न वर्णनात्मक यानी विस्तृत उत्तरीय होंगे। बहुविकल्पी प्रश्न लिखित परीक्षा के पूर्णांक के 30% अंकों के होंगे, जिनका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। विस्तृत प्रश्न लिखित परीक्षा के पूर्णांक के 70% अंकों के होंगे जिनका उत्तर पारंपरिक उत्तर पुस्तिका पर दिया जाएगा।

बदली-बदली सी होगी शनिवार की पढ़ाई

हर महीने हर शनिवार को छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विविध पाठ्य सहगामी गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। महीने के पहले शनिवार को सदन वार सांस्कृतिक गतिविधियों में नृत्य, गीत, वादन, नाटक, चित्रकला, रंगोली आदि का आयोजन किया जाएगा। दूसरे शनिवार को सदन वार खेलकूद आधारित प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। तीसरे शनिवार को साहित्यिक गतिविधियों में निबंध, लेखन, भाषण, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं सुलेख का सदनवार आयोजन किया जाएगा। चौथे शनिवार को किशोर संसद, सांस्कृतिक, साहित्यिक गतिविधियों पर आधारित संवाद प्रतियोगिताएं और शक्ति मंच की बैठक कराई जाएगी।

सत्र के दौरान आयोजित करनी है ये गतिविधियां भी

-गणित एवं विज्ञान विषय में हैंड्स ऑन एक्टिविटीज एवं एक्सपीरियंशियल लर्निंग विधा लागू करने के लिए सप्ताह में दो लेक्चर होंगे।

- शैक्षणिक गतिविधियों में जीवन कौशल शिक्षा को समावेशित करने के लिए सप्ताह में दो लेक्चर होंगे।

- छात्रों द्वारा लाइब्रेरी के समुचित उपयोग के लिए सप्ताह में एक लेक्चर निर्धारित करें।

- पीएम ई-विद्या पर कक्षा नौवीं से 12वीं तक कक्षावार प्रसारित होने वाले कार्यक्रम की समय सारणी यूपी बोर्ड अलग से जारी करेगा।

- छात्रों के लिए किताबें दीक्षा पोर्टल पर ई-बुक्स के रूप में है। यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर इनके लिंक मौजूद हैं। इसके अलावा दीक्षा पोर्टल एवं यूट्यूब का लिंक वेबसाइट पर दिया गया है इसे छात्रों को बताएं।

- आईसीटी एवं डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक वेबिनार व गूगल मीट आयोजित कर प्रधानाचार्य और शिक्षकों को बताएंगे।

- माध्यमिक स्कूलों में समर कैंप व समर कक्षाओं का आयोजन छात्रों की रुचि व क्षमता को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए आयोजित किए जाएं।

- इनमें गीत, नृत्य, सिलाई, कढ़ाई, अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तुओं का निर्माण, स्थानीय व पारंपरिक खेल, हस्तशिल्प, सृजनात्मक लेखन, चित्रकला, रंगोली, खेल, नाटक आदि का आयोजन हो सकता है।

- समाजोपयोगी उत्पादक कार्य के अंतर्गत महीने में एक दिन छात्रों से स्कूल व कक्षा की साज-सज्जा, बागवानी, सामूहिक श्रमदान, पेंटिंग, साज सज्जा की वस्तुओं का निर्माण, क्ले मॉडलिंग एवं हस्त कला से संबंधित क्रियाकलाप कराए जाएं।

- साल में दो बार शिक्षक अभिभावक समिति की बैठक वाले दिन छात्रों द्वारा सामाजिक कार्यों के अंतर्गत किए गए कार्यों व तैयार सामानों की प्रदर्शनी लगाएं।

- विश्व योग दिवस 21 जून के अवसर पर स्कूलों में व्यायाम, योग पर आधारित प्रतियोगिता अवश्य कराई जाए।

- आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में स्कूलों में रैली, प्रभात फेरी, आजादी के महानायक ओं पर आधारित लघु नाटकों का मंचन और राष्ट्रीय एकता, अखंडता एवं आजादी की स्वर्णिम कथाओं पर आधारित फिल्में का प्रदर्शन किया जाए।

- सभी विद्यालय जुलाई व अगस्त महीने तक स्कूल की वेबसाइट बना लें और गतिविधियों को उन पर प्रदर्शित करें।

- डिजिटल लिटरेसी को बढ़ावा देने के लिए पंजीकृत सभी छात्र छात्राओं से उनकी ईमेल आईडी बनवाई जाए और उनके प्रयोग करने को प्रेरित किया जाए।

- शनिवार को छोड़कर शेष शिक्षण दिवसों में अंतिम पीरियड खेलकूद एवं शारीरिक व्यायाम योग के लिए निर्धारित किया जाए। 


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