मुन्नाभाई पर नकेल के लिए यूपी बोर्ड का नया पैंतरा, जानिए क्या रणनीति बनाई
यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षा में बैठने वाले मुन्नाभाइयों के खिलाफ विशेष रणनीति बनाई है।अब यूपी बोर्ड की जो परीक्षा देगा रिजल्ट में भी उसी की तस्वीर लगाई जाएगी।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 12:17 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 12:17 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। यूपी बोर्ड की ओर से नकल माफिया की कमर तोड़ने के बाद परीक्षा में बैठने वाले मुन्नाभाइयों के खिलाफ भी विशेष रणनीति बनाई गई है। अब यूपी बोर्ड की जो परीक्षा देगा रिजल्ट में भी उसी की तस्वीर लगाई जाएगी। ऐसे में यदि किसी परीक्षार्थी ने मुन्नाभाई की मदद लेकर परीक्षा दिलानी चाही तो रिजल्ट में भी परीक्षा देने वाले की तस्वीर लगाई जाएगी। इससे वह रिजल्ट मूल परीक्षार्थी के किसी काम नहीं आएगा।
एडमिट कार्ड में की गई गड़बड़ी
बोर्ड परीक्षा में कुछ केंद्रों पर देखा जा रहा है कि परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड पर परीक्षार्थी की तस्वीर नहीं लगी है। केंद्र को भेजे गए उपस्थिति पंजिका पर भी उनकी तस्वीर नहीं लगाई गई है। ऐसे में परीक्षार्थियों की पहचान करना स्थापित करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे परीक्षार्थियों को विभाग की ओर से संदेह के घेरे में रखा गया है। इन सभी परीक्षार्थियों की वर्तमान तस्वीर एडमिट कार्ड के साथ ही उपस्थिति पंजिका पर भी लगवाई जा रही है। स्कूल के प्रिंसिपल से सत्यापित कराने के बाद सभी कागजातों की एक प्रति परीक्षा केंद्र, एक प्रति जिविनि कार्यालय और एक प्रति बोर्ड को भेजी जाएगी। इसके बाद परीक्षार्थी यदि बदला है तो रिजल्ट पर तस्वीर परीक्षा देने वाले की ही लगाई जाएगी। भविष्य में कोई तस्वीर बदलना भी चाहेगा तो नहीं बदलेगी।
रजिस्ट्रेशन में ही की है गड़बड़ी
कुछ स्कूलों ने कक्षा नौवीं व 11वीं के अग्रिम पंजीकरण के समय से ही गड़बड़ी की है। रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्रों की तस्वीर जानबूझ कर नहीं डाली गई। इसके बाद सुधार करने की अवधि में भी कोई न कोई बहाना बनाकर तस्वीरें अपलोड नहीं की गई। 10वीं व 12वीं में बोर्ड परीक्षा के आवेदन के समय भी परिषद की ओर से तस्वीर सहित कुछ जानकारियों में सुधार करने का अवसर दिया था। इसके बाद भी स्कूलों ने परीक्षार्थियों की तस्वीरें अपलोड नहीं की। अब बोर्ड परीक्षा में छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति मांगी।
परिषद कराएगा जांच
परिषद के निर्देश पर जिविनि की ओर से ऐसे सभी परीक्षार्थियों की योग्यता की जांच कराई जाएगी। जांच में परीक्षार्थी के साथ ही स्कूल की भूमिका की भी जांच की जाएगी। यदि स्कूल इसमें लिप्त पाया गया तो उनकी मान्यता वापस लेने की कार्रवाई भी की जा सकती है। वहीं परीक्षार्थियों के रिजल्ट रोक दिए जाएंगे।
एडमिट कार्ड में की गई गड़बड़ी
बोर्ड परीक्षा में कुछ केंद्रों पर देखा जा रहा है कि परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड पर परीक्षार्थी की तस्वीर नहीं लगी है। केंद्र को भेजे गए उपस्थिति पंजिका पर भी उनकी तस्वीर नहीं लगाई गई है। ऐसे में परीक्षार्थियों की पहचान करना स्थापित करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे परीक्षार्थियों को विभाग की ओर से संदेह के घेरे में रखा गया है। इन सभी परीक्षार्थियों की वर्तमान तस्वीर एडमिट कार्ड के साथ ही उपस्थिति पंजिका पर भी लगवाई जा रही है। स्कूल के प्रिंसिपल से सत्यापित कराने के बाद सभी कागजातों की एक प्रति परीक्षा केंद्र, एक प्रति जिविनि कार्यालय और एक प्रति बोर्ड को भेजी जाएगी। इसके बाद परीक्षार्थी यदि बदला है तो रिजल्ट पर तस्वीर परीक्षा देने वाले की ही लगाई जाएगी। भविष्य में कोई तस्वीर बदलना भी चाहेगा तो नहीं बदलेगी।
रजिस्ट्रेशन में ही की है गड़बड़ी
कुछ स्कूलों ने कक्षा नौवीं व 11वीं के अग्रिम पंजीकरण के समय से ही गड़बड़ी की है। रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्रों की तस्वीर जानबूझ कर नहीं डाली गई। इसके बाद सुधार करने की अवधि में भी कोई न कोई बहाना बनाकर तस्वीरें अपलोड नहीं की गई। 10वीं व 12वीं में बोर्ड परीक्षा के आवेदन के समय भी परिषद की ओर से तस्वीर सहित कुछ जानकारियों में सुधार करने का अवसर दिया था। इसके बाद भी स्कूलों ने परीक्षार्थियों की तस्वीरें अपलोड नहीं की। अब बोर्ड परीक्षा में छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति मांगी।
परिषद कराएगा जांच
परिषद के निर्देश पर जिविनि की ओर से ऐसे सभी परीक्षार्थियों की योग्यता की जांच कराई जाएगी। जांच में परीक्षार्थी के साथ ही स्कूल की भूमिका की भी जांच की जाएगी। यदि स्कूल इसमें लिप्त पाया गया तो उनकी मान्यता वापस लेने की कार्रवाई भी की जा सकती है। वहीं परीक्षार्थियों के रिजल्ट रोक दिए जाएंगे।
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