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गलती पर प्रधानाचार्यों पर गिरी यूपी बोर्ड की गाज, लगाया गया आर्थिक दंड Meerut News

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षा यानी आंतरिक मूल्यांकन के अंक ऑनलाइन गलत अपलोड किए जाने पर परिषद ने प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की है।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 03:05 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 03:05 PM (IST)
गलती पर प्रधानाचार्यों पर गिरी यूपी बोर्ड की गाज, लगाया गया आर्थिक दंड Meerut News
गलती पर प्रधानाचार्यों पर गिरी यूपी बोर्ड की गाज, लगाया गया आर्थिक दंड Meerut News

मेरठ, जेएनएन। UP board उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षा यानी आंतरिक मूल्यांकन के अंक ऑनलाइन गलत अपलोड किए जाने पर परिषद ने प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रधानाचार्यों की गलती के कारण बोर्ड परीक्षा के बाद परिषद रिजल्ट जारी नहीं कर सका। इसकी जिम्मेदारी स्कूलों के प्रधानाचार्य की बताते हुए परिषद् ने सख्त चेतावनी के साथ पांच हज़ार रुपये का आर्थिक दंड लगाया है। सभी प्रधानाचार्य से यह आर्थिक दंड अनिवार्य रूप से वसूला जाएगा और इसे अन्य प्रधानाचार्य के समक्ष नजीर की तरह रखा जाएगा। यह पहली बार है जब परिषद मुख्यालय की ओर से निर्देशित मामले में परीक्षा समिति ने स्कूलों के प्रधानाचार्य के खिलाफ निर्णय लिया है।

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पांच मामलों की जांच के बाद कार्रवाई

यह मामला वर्ष 2018 और 2017 के हाईस्कूल आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को अपलोड करने से जुड़ा है। वर्ष 2018 के चार मामले और 2017 के एक मामले में प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक गलत अपलोड कर दिए गए थे। इसी कारण परिषद मुख्यालय की ओर से इन बच्चों का रिजल्ट जारी नहीं किया जा सका था। ऐसी स्थिति में परिषद मुख्यालय ने अंक संसोधन के बाद मामला परीक्षा समिति को सौंपा और परीक्षा समिति ने पूरे मामले की जांच और सुनवाई के बाद प्रधानाचार्य को इस मामले में दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

परीक्षा समिति ने यह दिया निर्णय

परीक्षा समिति ने अपने निर्णय में कहा है कि, प्रधानाचार्य द्वारा की गई गलती के लिए उन्हें भविष्य के लिए सचेत करते हुए इनसे पांच हज़ार रुपये जुर्माने के तौर पर भू-राजस्व की भांति जिला विद्यालय निरीक्षक या जिलाधिकारी के जरिये वसूल कर राजकीय कोषागार में जमा कराया जाए। परिषद के इस निर्णय की सूचना विद्यालय के प्रबंधक व जिला विद्यालय निरीक्षक को भी दी जाएगी।

इन विद्यालयों के खिलाफ हुई कार्रवाई

- श्री हरकेश विद्या इंटर कॉलेज, सराय जगन्नाथ, बिलसुरी बुलंदशहर।

- सीपीएस इंटर कॉलेज नगला बरी, निधौली कलां, एटा।

- आदर्श पब्लिक इंटर कॉलेज, मीरपुर, मेरठ।

- राजकीय हाई स्कूल तिवाया, सहारनपुर।

- छित्तर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज, सहारनपुर रोड, नकुड, सहारनपुर। 


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