भतीजे के उपचार के लिए चाचा ने किया आत्मदाह का प्रयास
भतीजे के उपचार के लिए चाचा ने किया आत्मदाह का प्रयास।
जागरण संवाददाता, मेरठ : कांशीराम आवासीय योजना निवासी एक व्यक्ति ने अपने भतीजे के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाकर कमिश्नरी परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी प्रकार व्यक्ति को रोका। पुलिस ने मरीज को फिर से मेडिकल में भर्ती कराया।
सोमवार दोपहर कांशीराम आवासीय योजना निवासी रामनिवास गुप्ता अपने बीमार भतीजे बॉबी के साथ कमिश्नरी के गेट पर पहुंचा। उसका कहना है कि बॉबी बीमार है और उसके पैरों में दिक्कत है। राम निवास का आरोप था कि मेडिकल कालेज प्रशासन ने उसके भतीजे को बिना उपचार किए जबरन बाहर निकाल दिया। बॉबी की हालत अब अधिक खराब हो गई है। मेडिकल कालेज के चिकित्सक गुहार लगाने के बाद भी बीमार भतीजे को अस्पताल में भर्ती करने के लिए राजी नहीं है। उधर, उसकी गाय भी चोरी हो गई, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। चिकित्सकों की मनमानी और पुलिस की लापरवाही से परेशान होकर वह आत्मदाह करने को मजबूर है। इसके बाद थैले में रखी केरोसिन से भरी बोतल निकालकर आत्मदाह करने के लिए कमिश्नरी परिसर में घुस गया। स्थानीय लोगों ने उसे रोका, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। सीओ सिविल लाइन रामअर्ज ने बताया कि बीमार को फिर से मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। गाय चोरी के मामले में भी पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा गया है। फावड़े से हमले में घायल हरपाल की हालत नाजुक
जासं, मोदीपुरम : कंकरखेड़ा के जंगेठी गांव में 18 अगस्त को गांव निवासी संजीव ने नशे में फावड़े से सात ग्रामीणों पर हमला किया था, जिसमें वृद्ध रतन ¨सह की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाकी घायल हुए थे। इनमें से गांव के दलाल मोहल्ला निवासी हरपाल की हालत नाजुक है। हरपाल के पौत्र अंकुर ने बताया कि उसके दादा का मिलिट्री अस्पताल में उपचार चल रहा है। घर में बंधे पशु और कुत्ता भूखे
हत्यारोपित संजीव शर्मा समेत उसके पिता जय¨वद शर्मा, मां और दो बहनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि केस में नामजद संजीव का भाई शिवम और दोस्त अमित फरार हैं। पुलिस ने आरोपित के घर का ताला लगा दिया है। घर के अंदर दुधारू पशु और पालतू कुत्ता बंधे हैं, जो भूखे-प्यासे हैं। कुछ गांव वालों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी, लेकिन पुलिस ने अनसुना कर दिया। केस दर्ज का यह बनाया आधार
मृतक रतन ¨सह के बेटे विनोद ने कंकरखेड़ा थाने में सात आरोपित नामजद करते हुए केस दर्ज कराया था। केस दर्ज का आधार बनाया कि संजीव दोस्त अमित के साथ उसकी परचून दुकान पर उधार सामान लेने आया। रतन ¨सह ने मना किया, जिसके बाद वह धमकी देकर चला गया। बाद में संजीव अपने पिता, मां, दोनों बहनें, दोस्त अमित और भाई शिवम के साथ आया और फावड़े से वार कर रतन ¨सह हत्या कर दी। सीओ दौराला पंकज कुमार ¨सह का कहना है कि फरार दोनों आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं। गांव में शांति हैं। जल्द ही दोनों को पकड़ लिया जाएगा।