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बस-ट्रक की भिड़ंत में चालकों की मौत, दो दर्जन घायल

खरखौदा : शुक्रवार सुबह हापुड़ रोड पर कैली गांव के पास तेज रफ्तार ट्रक और रोडवेज बस क

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Aug 2017 02:59 PM (IST)Updated: Sat, 12 Aug 2017 02:59 PM (IST)
बस-ट्रक की भिड़ंत में चालकों की मौत, दो दर्जन घायल
बस-ट्रक की भिड़ंत में चालकों की मौत, दो दर्जन घायल

खरखौदा : शुक्रवार सुबह हापुड़ रोड पर कैली गांव के पास तेज रफ्तार ट्रक और रोडवेज बस की भिड़ंत हो गई। हादसे में दोनों वाहनों के चालकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सहायक अभियंता, दो दारोगा और सिपाही समेत दो दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों की चीख-पुकार सुनकर लोगों ने घायलों को क्लीनिक में भर्ती कराया। बाद में छह गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

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रोडवेज की अनुबंधित बस शुक्रवार की सुबह बुलंदशहर से मेरठ के लिए चली। आठ बजे कैली गांव के पास सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से बस की जोरदार भिड़ंत हो गई। जिसमें दोनो वाहनों के परखच्चे उड़ गए। इसमें अनूपशहर निवासी बस चालक श्रीपाल पुत्र राजाराम और रोहटा ब्लाक के गांव उक्सिया निवासी युधवीर पुत्र दीपचंद की मौके पर ही मौत हो गई। उनके शव रोडवेज बस में फंस गए। साथ ही बस में सवार राजकीय निर्माण निगम के सहायक अभियंता, दो दारोगा और सिपाही समेत दो दर्जन लोग घायल हो गए। देरी से पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से शवों को निकालकर मोर्चरी भेज दिया। वहीं बस परिचालक विजयपाल पुत्र रामपाल निवासी अमरोहा ने ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

हादसे में घायल लोगों की सूची

संतलाल सहायक अभियंता राजकीय निर्माण निगम, दारोगा सौदान यादव, दारोगा शैलेन्द्र गौड, पिंटू निवासी अकड़ोली बुलंदशहर, दिनेश, साक्षी, सुनील, निवासी बुलंदशहर रतनलाल, सलेमपुर निवासी सुमन गोस्वामी, शिकारपुर के राजेश सैनी, बिजेन्द्र, राजन, किरण निवासी हापुड़ समेत दो दर्जन लोग घायल हुए।

अपनी जान देकर बचाई यात्रियों की जिंदगी

प्रत्यक्षदर्शी ग्राम प्रधान मोनू व पप्पू त्यागी का कहना है कि ट्रक तेज गति से मेरठ की ओर से आ रहा था। ओवरटेक करते समय सामने से रोडवेज बस आ गई। ट्रक को तेज गति से आता देख बस चालक ने आनन-फानन में बस को सड़क से नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन ट्रक और बस की ड्राइवर वाली साइड आपस में टकरा गई। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। अगर श्रीपाल बस को सड़क से न हटाता तो बस व ट्रक की भिडं़त और जोरदार होती। इसमें और ज्यादा लोगों की जान जा सकती थी। लोगों का कहना है कि बस चालक ने अपनी जान देकर दर्जनों लोगों की जान बचाई है।

दोनों ने एक सीट पर तोड़ा दम

हादसे के बाद दोनों वाहन चालकों के शव रोडवेज बस चालक की सीट पर फंस गए। दोनों ने एक ही सीट पर दम तोड़ दिया।

सड़क पर लगा जाम

हादसे के बाद सड़क पर जाम लग गया। पुलिस ने जेसीबी से क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाकर जाम खुलवाया।

..तो नहीं होता हादसा

यात्रियों ने बताया कि चालक ने हापुड़ बस स्टैंड पर भी बस को नहीं रोका था। इस बात को लेकर चालक और कंडक्टर में कहासुनी हुई थी। इसके बाद चालक ने कैली स्टैंड पर भी बस नहीं रोकी। पता नहीं चालक को क्या जल्दी थी। यात्रियों का कहना है कि यदि चालक इन दोनों जगहों पर बस को रोक लेता तो शायद हादसा नहीं होता।


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