हवा की सेहत जांचने को लगेंगे दो नए पाल्यूशन सेंसर सेटर
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एनजीटी के प
अनुज शर्मा, मेरठ । राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एनजीटी के प्रयास रंग ला रहे हैं। ग्रेडिड एक्शन प्लान के तहत मेरठ शहर में हवा की सेहत की सटीक जांच के लिए दो नए पाल्युशन सेंसर स्टेशन की स्थापना की तैयारी है। इसका प्रस्ताव केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजा गया है। वहां से अनुमति मिलने का इंतजार है। दो नए स्टेशन बनते ही लखनऊ के बाद मेरठ सर्वाधिक स्टेशन वाला प्रदेश का दूसरा शहर बन जाएगा। एक स्टेशन औद्योगिक क्षेत्र में तथा दूसरा जाम प्रभावित इलाके में लगाया जाएगा।
नान अटेनमेट शहरों पर एनजीटी सख्त
राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा 19 मार्च को श्रीनाथ शर्मा बनाम यूनियन आफ इंडिया मामले में आदेश जारी करते हुए पिछले पांच साल में वायु प्रदूषण के मानकों का पालन न कर पाने वाले प्रदेश के (नान अटेनमेट) शहरों पर नाराजगी जताई थी। वहां शरद ऋतु से पहले वायु प्रदूषण नियंत्रण और ठोस अपशिष्ट के निस्तारण का आदेश दिया है। मेरठ भी इस सूची में शामिल है। इस आदेश के अनुपालन में अफसर पसीना पसीना हैं।
ग्रेडिड एक्शन प्लान में प्रस्ताव
एनजीटी के आदेश से एनसीआर में ग्रेडिड एक्शन प्लान लागू है। मेरठ जनपद के एक्शन प्लान में शहर की हवा की सटीक जांच के लिए दो नए पाल्युशन सेंसर स्टेशनों का प्रस्ताव किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से इनकी स्वीकृति मांगी गई है। इसे लेकर जिलाधिकारी द्वारा भी समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी को निर्देश दिए गए थे।
प्रदेश का दूसरा सर्वाधिक स्टेशन वाला शहर होगा मेरठ
प्रदेश में अभी तक राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक 06 पाल्यूशन सेंसर स्टेशन हैं। मेरठ में फिलहाल तीन स्टेशन काम कर रहे हैं। दो नए बनने के बाद यहां पांच स्टेशन हो जाएंगे। जिसके साथ ही लखनऊ के बाद मेरठ में सर्वाधिक स्टेशन होंगे। आगरा, गाजियाबाद और नोएडा में अभी तक चार-चार स्टेशन स्थापित हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डा. योगेंद्र कुमार ने बताया कि आइआइटी द्वारा शहरों में प्रदूषण के स्त्रोत और स्तर के संबंध में सर्वे किया जाता है। उसी के आधार पर केंद्रीय बोर्ड पाल्युशन सेंसर स्टेशन लगाने का फैसला लेता है। मेरठ में जल्द आइआइटी रुड़की द्वारा यह सर्वे किया जाना है।
इसी वर्ष स्थापित होंगे नए स्टेशन
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डा. योगेंद्र कुमार ने बताया कि नए सेंसर स्टेशन इसी वर्ष स्थापित होंगे। केंद्रीय बोर्ड से ही इसके लिए धनराशि जारी की जाएगी। पाल्यूशन सेंसर स्टेशन निर्माण के लिए टावर के साथ साथ केवल 12 गुना 12 फीट का एक कमरा कंट्रोल रूम के लिए बनाना होता है। इतना स्थान शहर के किसी भी कोने में आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
शहरवार पाल्यूशन सेंसर स्टेशन
लखनऊ 06
आगरा 04
गाजियाबाद 04
नोएडा 04
वाराणसी 04
मेरठ 03
कानपुर 03
ग्रेटर नोएडा 02
प्रयागराज 02
बागपत 01
बुलंदशहर 01
मुजफ्फरनगर 01
हापुड़ 01
मुरादाबाद 01