पूर्व आइएएस अफसर के जारी हुए दो-दो मृत्यु प्रमाण पत्र
मेरठ : पारिवारिक विवाद में एक सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी की मौत भी तमाशा बन गई। दस्तावेजों के म
मेरठ : पारिवारिक विवाद में एक सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी की मौत भी तमाशा बन गई। दस्तावेजों के मुताबिक अधिकारी की एक ही दिन में दो बार मौत हुई और वह भी अलग-अलग शहरों में। जी हां, मौत के बाद दो मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुए। पहला प्रमाण-पत्र दिल्ली नगर निगम का है तो दूसरा मेरठ नगर निगम द्वारा जारी किया गया। प्रशासनिक अधिकारी की बेटी ने कप्तान को शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जाने माने लेखक थे डॉ. धर्मवीर उक्त गड़बड़झाले के संबंध में गढ़ रोड स्थित कीर्ति पैलेस कॉलोनी में रहने वाली अनिधा ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की है। अनिधा का कहना है कि उनके पिता डॉ. धर्मवीर केरल काडर के आइएएस अफसर थे। कई स्थानों पर डीएम व कमिश्नर का कार्यभार संभाला और एक विख्यात लेखक के रूप में भी उनकी पहचान थी। वह पर्सनल एंड एडमिनिस्ट्रेशन रिफॉर्म्स डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बीमारी के चलते उन्हें दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां 9 मार्च 2017 को उनकी मौत हो गई थी। हॉस्पिटल द्वारा जारी दस्तावेजों के आधार पर दक्षिण नगर निगम दिल्ली द्वारा मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी किया गया था।
दूसरे प्रमाण-पत्र में मेरठ में घर पर मौत दिखाई
अनिधा का कहना है कि मोहाली, पंजाब निवासी उसकी बड़ी बहन ने संपत्ति हथियाने के मकसद से पिता का दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र मेरठ नगर निगम से बनवा लिया। इसमें पिता की मौत मेरठ स्थित आवास पर ही दिखाई गई है, जबकि मैक्स हॉस्पिटल में इलाज के सारे दस्तावेज उसके पास हैं। अनिधा के मुताबिक उसके पिता ने सारी वसीयत उसके नाम की थी, लेकिन उसकी बहन ने झूठा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराकर संपत्ति हड़पने के लिए कोर्ट में केस भी डाले। अनिधा ने झूठा प्रमाण-पत्र जारी कराने व करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
वर्जन
मृत्यु प्रमाण-पत्र संबंधित वार्ड के पार्षद व सफाई निरीक्षक की संस्तुति के बाद जारी किया जाता है। सेवानिवृत्त आइएएस के मृत्यु प्रमाण-पत्र के मामले में जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
- मनोज चौहान, नगर आयुक्त
सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी का झूठा मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी होने की शिकायत मिली है। सीओ सिविल लाइन को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर एक्शन लिया जाएगा।
- मान सिंह चौहान, कार्यवाहक एसएसपी