सहारनपुर में भू-माफिया विनोद शर्मा की दो करोड़ की संपत्ति कुर्क, पहले की जा चुकी गैंगस्टर की कार्रवाई
सहारनपुर जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर मंगलवार को भू-माफिया विनोद शर्मा की दो करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली । आरोपित विनोद शर्मा पर गैंगस्टर की कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है ।
सहारनपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर मंगलवार को भू-माफिया विनोद शर्मा की दो करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली। गैंगस्टर की कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बडग़ांव और अन्य स्थानों पर स्थित संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा। विनोद शर्मा की सपा से भी नजदीकियां रही हैं।
एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि बसंत विहार निवासी विनोद शर्मा व दिनेश शर्मा पुत्रगण महेंद्र शर्मा भू-माफिया हैं। दोनों भाइयों पर जमीन हड़पने तथा एक जमीन को कई बार बेचने का आरोप है। इससे इन्होंने करोड़ों की संपत्ति बनाई है। विनोद शर्मा पर सदर बाजार थाने में गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है। इसके बाद पुलिस की तरफ से जिलाधिकारी को एक रिपोर्ट भेजी गई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर मामला डीएम कोर्ट में चला। 24 मार्च को जिलाधिकारी कोर्ट ने संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया। मंगलवार को एसपी सिटी राजेश कुमार और तहसीलदार गोपेश तिवारी अपनी टीम के साथ विनोद शर्मा-दिनेश शर्मा की सपंत्तियों पर पहुंचे और कुर्क की।
यह संपत्ति की गई कुर्क
- जीटी रोड सहारनपुर पर स्थित 51 लाख 60 हजार की संपत्ति कुर्क की गई।
- पठानपुरा बसंत विहार कालोनी में तीन लाख 30 हजार रुपये की संपत्ति कुर्क की गई।
- बड़ूली नया गांव में 32 लाख 28 हजार 925 रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया है।
- बड़ूली नया गांव में स्थित 50 लाख की जमीन को कुर्क किया गया है।
- बड़ूली माजरा में स्थित एन्यूर मस्टर्ड उद्योग आयल लगभग 80 लाख को कुर्क किया गया है।
- बीएमडब्न्यू कार जिसकी कीमत 23 लाख 99 हजार 755 को कुर्क किया गया है।
सहारनपुर में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई
सहारनपुर में कुर्की की पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है। इससे पहले गैंगस्टर की संपत्ति तो कुर्क हुई है, लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई कभी नहीं हुई है। आरोपित विनोद शर्मा का कहना है कि कार्रवाई के दायरे में आई संपत्ति पैतृक है। उस पर बैंक से लोन है। इसे कुर्क नहीं किया जा सकता। जिस मुकदमे को आधार बनाकर संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की जा रही है, उसमें वादी ने हाईकोर्ट में लिखित बयान दिया है कि उसके फर्जी हस्ताक्षर कर यह मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है।